कैग रिपोर्ट पर केएन त्रिपाठी ने साधा केंद्र सरकार पर निशाना, कहा- मंत्रियों व अधिकारियों को जेल भेजे PM
CAG Report: कैग के द्वारा जारी किए गए रिपोर्ट में केंद्र सरकार द्वारा संचालित कई योजनाओं में घोटाले का खुलासा हुआ है. घोटाले से संबंधित विभागों के मंत्रियों व अधिकारियों को केंद्र की मोदी सरकार जेल में डालें.
CAG Report: कैग के द्वारा जारी किए गए रिपोर्ट में केंद्र सरकार द्वारा संचालित कई योजनाओं में घोटाले का खुलासा हुआ है. घोटाले से संबंधित विभागों के मंत्रियों व अधिकारियों को केंद्र की मोदी सरकार जेल में डालें. उक्त बातें परिषद में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री सह कांग्रेस नेता केएन त्रिपाठी ने कही. उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि ना खुद खाऊंगा और ना किसी को खाने दूंगा.
पूर्व मंत्री ने कहा है कि देश के विकास में भ्रष्टाचारी बाधक बने हुए हैं. मैं उनकी बातों से पूरी तरह सहमत हूं. परंतु पिछले दिनों जारी किए गए कैग की रिपोर्ट में कई घोटाले की खबर आई है. द्वारका एक्सप्रेसवे सड़क निर्माण जिसकी निर्माण लागत 18 करोड़ रुपए प्रति किलोमीटर कैबिनेट से स्वीकृत थे. उसे बढ़ाकर 250 करोड़ रुपए प्रति किलोमीटर कर दिया गया. इस तरह उक्त एक्सप्रेसवे सड़क निर्माण में हजारों करोड़ों रुपए के घोटाले हुए हैं.
केंद्र की आयुष्मान भारत हेल्थ स्कीम में भी हजारों करोड़ों रुपए के घोटाले हुए हैं. इस स्कीम के तहत 7:30 लाख लाभुकों का एक ही मोबाइल नंबर पर निबंध कर करोड़ों रुपए की निकासी की गई है. यही नहीं मृत व्यक्तियों के नाम पर भी आयुष्मान योजना के तहत इलाज दिखाकर राशि की निकासी की गई है.
देश के पांच टोल प्लाजा के रेंडम ऑडिट पर पाया गया है कि आम जनता से 132 करोड़ रुपए ज्यादा वसूली कर ली गई है. एनएचएआई इस घपले को अंजाम दिया है. पर्यटन विभाग की ओर से स्वदेशी दर्शन योजना के तहत 76 योजनाओं में 5 करोड़ 45 लाख 569 रुपए का घोटाला किया गया है.
कॉल ब्लॉक के आवंटन में भी घोटाले किए गए हैं. कोल खदानों के नीलामी में भी मूल्य एसेसमेंट में घोर अनियमितता बरती गई है. भारतमाला परियोजना के तहत बनाए जा रहे सड़क में भी घोटाले किए गए हैं. भारतमाला परियोजना के तहत सड़क निर्माण के लिए प्रति किलोमीटर 15 करोड़ रुपए दर निर्धारित था. जिसे बढ़ाकर 32 करोड़ रुपए प्रति किलोमीटर कर दिया गया है. केंद्र सरकार उपरोक्त योजनाओं में घोटाला करने वाले मंत्रियों व अधिकारियों पर कार्रवाई करते हुए जेल में डालने का कार्य करें. तभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कथनी सार्थक होगी.
प्रवर्तन निदेशालय द्वारा मुख्यमंत्री को बार-बार समन भेजे जाने के सवाल पर भी पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मंत्रिमंडल के भ्रष्ट मंत्रियों और अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई करने के बजाय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को परेशान कर देश के लुटेरों और भ्रष्टाचारियों को संरक्षण दे रहे हैं. अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्रवाई नहीं करते हैं तो देशव्यापी आंदोलन झेलने के लिए भी उन्हें तैयार होना होगा.
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