प्रधानाध्यापक के गुस्सैल तानाशाही रवैए से बच्चे परेशान, अभिभावकों ने की डीसी शिकायत
बच्चों ने बताया कि किसी कारणवश 1 दिन स्कूल नहीं आने के कारण 15 दिनों के लिए सस्पेंड कर दिया जाता है. बच्चों ने कहा कि 15 दिनों में जो स्कूल में पढ़ाई होगी वह हमें नहीं मिल पाएगी.
हजारीबाग : झारखंड में प्रधानाध्यापक के गुस्सैल और तानाशाही रवैए से परेशान छात्रों ने इसकी शिकायत डीसी से कर दी. मामला हजारीबाग के हआनंदा चौक स्थित आनंदा स्कूल का है, जहां विद्यार्थी और अभिभावक आनंदा स्कूल के प्रधानाध्यापक चिन्मय कुमार सरकार के गुस्सैल और तानाशाही रवैए से परेशान हैं. बच्चों को छोटी-छोटी गलतियों के लिए भी बड़ी से बड़ी सजा दी जाती है. उन्हें मारा जाता है तथा 15 दिन के लिए सस्पेंड भी कर दिया जाता है.
15 दिनों के लिए कर दिया जाता है सस्पेंड
बच्चों ने बताया कि किसी कारणवश 1 दिन स्कूल नहीं आने के कारण 15 दिनों के लिए सस्पेंड कर दिया जाता है. बच्चों ने कहा कि 15 दिनों में जो स्कूल में पढ़ाई होगी वह हमें नहीं मिल पाएगी. वहीं कुछ बच्चों ने प्रधानाचार्य स्कूल में धूम्रपान करने का भी आरोप लगाया तथा कुछ बच्चों ने बताया की सर बहुत बुरी तरह मारते हैं.
धूम्रपान की आदत के लिए मांगी माफी
अभिभावक ने कहा कि इस मामले में जब हमने प्रधानाध्यापक से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने अपने धूम्रपान की आदत तो मानी तथा इसके लिए माफी मांगी. परंतु बच्चों को दंडित करने के मुद्दे पर टालमटोल करते रहे. प्रधानाध्यापक ने कहा कि वह ये सब बच्चों का भविष्य बनाने के लिए करते है. इस पर अभिभावकों ने कहा कि कानून के मुताबिक आप बच्चों को मार नहीं सकते उन्हें समझा सकते है.
डीसी ने लिया मामले में संज्ञान
हजारीबाग डीसी नैंसी सहाय और जिला शिक्षा पदाधिकारी ने पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए कहा कि पूरे मामले से उन्हे अवगत कराया गया है, अगर ये सब बातें सच होती है तो प्रधानाध्यापक पर कानून के मुताबिक तर्कसंगत करवाई की जाएगी
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