रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सदन के अंदर और बाहर दोनों जगह विरोधियों पर करारा हमला किया. सीएम ने दोनों कानूनों को सुरक्षा कबज देने की बात करते हुए कहा कि अब इस पर केंद्र सरकार को आखिरी निर्णय लेना है. बीजेपी शासित राज्य भी अपने आरक्षण को नौवी अनुसूची में भेजने का निर्णय किया है. अब ये सरकार दिल्ली में जा कर अपने इस अधिकार पर मुहर लगाने का गुहार करती रहेगी. दिल्ली में जा कर अपने अधिकारों पी पर आखिरी मुहर लगाने का प्रयास जारी रहेगा.


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सीएम ने कहा कि विरोधियों को लगता है कि जेल के माध्यम से तरह-तरह के आरोप लगा कर हमारे राजनीतिक वजूद खत्म करेगें. शिबू सोरेन राज्य अलग करने के इतिहास में कितने बार जेल गए आज उन्होंने राज्य अलग बना कर हमें दिया और हम लोगों ने इस राज्य को 1932 और ओबीसी को अधिकार दिया. ऐसे आंदोलन को अंजाम तक पहुंचाने में कई रोड़े आते हैं पर ये मौजूदा रोड़ा बीजेपी के द्वारा उत्पन्न किया गया रोड़ा है. इससे ने हमारी छवि खराब हो सकती है न हमारी राजनीतिक ताकत कम हो सकती है. ये सरकार आने वाले समय में और मजबूती से अभी हमारी संख्या 52 है अगली बार 75 की हमारी संख्या होगी. सीएम ने ईडी के नोटिस पर कहा,अब हम उनसे बात करेगें. हमलोग जेल से भी आप का सूपड़ा साफ कर देगें.


सीएम हेमंत सोरेन ने सदन में कहा कि इस पर संशोधन प्रस्ताव लाना है ये समूह ही बड़ा विचित्र है. इन लोग 20 वर्षों से शोषण किया. कितनी गंदगी फैलाई और हमारी सरकार को इनके द्वारा फैलाई गई गंदगी को भी साफ करना है और विकास का काम भी करना है. जब राजनीतिक रूप से नहीं सकते हैं तो पीठ पीछे खड़े होकर वार करते हैं. आज के इस निर्णय से इनका सूपड़ा साफ होने वाला है. आने वाले समय में ये वोट मांगने की स्थिति में नहीं रहेगा. आज जो उनका उतावलापन है वो बता रहा है इनके अंदर कितनी घबराहट है. हमारी सरकार इनके षडयंत्र का जवाब कोर्ट से दे रही है इनको तमाचे लग रहे हैं. आज इनके पास न नेता है न मुद्दे हैं. बिना नेता के इस दल का क्या होगा. मधु कोड़ा को बर्बाद किया, मुंडा को इन लोगों ने बर्बाद किया. अब बचे खुचे इन लोगों को भी बर्बाद करेगें. ऐसे सामंती लोगों का जवाब देने के लिए हम लोग तैयार हैं, इनको लोग गांव में घुसने भी नहीं देगें. यहां के कर्मचारियों का भी इन लोगों ने शोषण किया चाहे वो अनुबंध कर्मी हों या रेगुलर कर्मी हमारी सरकार में लिए गए हर निर्णय राज्य के लिए मील का पत्थर साबित हो रहा है. आदिवासी, दलित पैछड़ों के चंद नेता को सामने रखकर इनको लगता है ये आदिवासियों के हियतैसी बन गए हैं. इनके मुखिया पीएम फोन कर धमकी देते हैं. फाइव स्टार होटल से खाना ले जाकर दलित के घर में खाते हैं. वर्तमान सरकार इस राज्य के आदिवासी दलित पिछड़े को इतना मजबूत करेगी की इन सामंती लोगों को जवाब देगें.


सीएम ने कहा कि शिबू सोरेन के नेतृत्व में राज्य मिला और उनके पुत्र ने नेतृत्व में राज्य को खतियान आधारित स्थानीयता और पिछड़ों को 27 प्रतिशत आरक्षण मिला. आज के दिन ही 1908 में इस राज्य को सी एन टी भी मिला था. ये महज संयोग नहीं है. घुटना टेकना हमारे डीएनए में नहीं है. जब इनके लोग लाखों करोड़ों के साथ पकड़ाते है तो उनको बाइज्जत घर छोड़ कर आते हैं. अब ईडी ,सीबीआई से झारखंड के लोगों को डराने की जरूरत नहीं ,हमलोग जेल से भी आप का सूपड़ा साफ कर देगें.


इनपुट- कुमार चंदन


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