सिधवार से सांकी नई रेल लाइन का हुआ सीआरएस स्पीड ट्रायल, रोमांचक होगा रांची का सफर
CRS speed trial: इस लाइन की बदौलत, नए साल में रांची से पटना की दूरी 100 किमी तक कम हो जाएगी. इससे न केवल दोनों राज्यों की राजधानी एक-दूसरे से रेल नेटवर्क के जरिए काफी नजदीक हो जाएंगे.
रांचीः CRS speed trial: बहुप्रतीक्षित रांची कोडरमा वाया बरकाकाना रेल लाइन पर सिधवार से सांकी स्टेशन के बीच सुबह 8:00 बजे से सीआरएस स्पीड ट्रायल शुरू हुआ. जिसमें सीआरएस शुभोमोई मित्रा सहित रेल के कई अधिकारी मौजूद थे, सभी अधिकारी 11 ट्रॉली पर बैठकर सिधवार से सांकी 26 किलोमीटर तक की नई रेल लाइन पर स्पीड ट्रेन शुरू किया, इस दौरान रेल लाइन पर सिधवार सुरंग, मसमोहना सुरंग, हेहल सुरंग, कट एंड कवर सुरंग और बारीडीह सुरंग का अवलोकन किया गया, अधिकारियों ने स्पीड ट्रायल के क्रम में बृज ,मोड़, विद्युतीकरण, आरयूबी का निरीक्षण किया गया. ये ट्रायल पूरा होता है रांची के यात्रियों को नए साल पर खास सौगात मिलेगी.
रोजगार के बढ़ेंगे अवसर
सीआरएस ट्राइल से क्षेत्र के लोगों में बड़ी उत्सुकता, ग्रामीण लोगों ने कहा कि आजादी के कई दशक बीत जाने के बाद अब हम लोगों के गांव में रेलवे स्टेशन पूरी तरीके से बनकर तैयार है, अब हम लोग रेल में बैठकर एक जगह से दूसरी जगह आसानी से जा सकते हैं. इससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. बारीडीह के ग्रामीणों ने हेहल रेलवे स्टेशन पहुंचकर लोगों ने खुशी का इजहार किया, ग्रामीणों ने कहा कि इससे पहले कभी भी यहां पर ट्रेन नहीं आई थी, आज हेहल स्टेशन में ट्रेन देखने को मिला है, अब क्षेत्र में रोजगार के आसार काफी बढ़ेंगे, साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में पैदा होने वाली सब्जी एक जगह से दूसरी जगह पर भी जाकर बेच सकते हैं जिससे अच्छी खासी रकम मिल पाएगी.
100 किमी कम होगी पटना-रांची की दूरी
इस लाइन की बदौलत, नए साल में रांची से पटना की दूरी 100 किमी तक कम हो जाएगी. इससे न केवल दोनों राज्यों की राजधानी एक-दूसरे से रेल नेटवर्क के जरिए काफी नजदीक हो जाएंगे. इसके साथ ही सफर भी बहुत मजेदार हो जाएगा. घने जंगल और पहाड़ियों से घिरे रेल मार्ग पर चार सुरंगें, पांच बड़े ओवरब्रिज और 32 घुमावदार मोड़ से होकर ट्रेन गुजरेगी. ये पूरा नजारा किसी पर्वतीय इलाके की सैर जैसा लगेगा.