घाटशिलाः घाटशिला के मुसाबनी प्रखंड के फॉरेस्ट ब्लॉक पंचायत जो क्षेत्रफल की दृष्टिकोण से देश का सबसे बड़ा क्षेत्र वाला ग्राम पंचायत है, लेकिन आजादी के 75 साल बाद तक यहां के कई ऐसे गांव है जहां आज तक विकास की एक भी किरणे नहीं पहुंच पायी है. ऐसा ही एक गांव है बोन्डोपोल जो प्राकृतिक मनोरम क्षटा के बीच बसा है लेकिन पूरी तरह से सुविधा विहीन है. जहां आने के लिए न तो कोई सड़क है और न ही बिजली पानी की कोई व्यवस्था, इस गांव में आज तक कोई भी सांसद और विधायक भी नहीं पहुँच पाया. इस गांव के लोग आजादी से पहले से ही लगातर अपनी जीवटता के बल पर जिंदगी गुजार रहे हैं. 


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सांसद ने सुनी समस्याएं
मुसाबनी प्रखंड के बोन्डोपोल गांव की समस्याओं की जानकारी मिलने के बाद पहली बार इस गांव में स्थानीय भाजपा सांसद विद्दुत वरण महतो इस गांव में पहुंचे और ग्रामीणों के समस्याओं से अवगत हुए,सांसद विद्दुत वरण महतो ने ग्रामीणों से मिलकर उनकी एक एक समस्याओं को सुना,जहां ग्रामीणों ने सांसद विद्दुत वरण महतो को सड़क,बिजली,पानी जैसे मूलभूतसमस्याओं से निजात दिलाने की गुहार लगायी.


बोन्डोपोल गांव पहुंचकर सांसद विद्दुत वरण महतो ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि गांव में सड़क,बिजली और पानी की समस्या को वो बहुत जल्द पूरा करवाएंगे. उन्होंने एक सप्ताह के अंदर गांव में ग्रामीण विकास विभाग के इंजीनियर को सड़क का नापी करके प्रस्ताव भेजने की बात कही,साथ ही बिजली और पानी जैसे मूलभूत आवश्यकताओं को भी प्राथमिकता लेते हुए इसकी भी व्यवस्था कराने का भरोसा गांव के लोगों को दिलाया. चारों ओर घनी पहाड़ियों से घिरे और जमीन तल से काफी ऊपर स्थित गांव बोन्डोपोल पहुंचकर और यहां के प्रकृतिक खूबसूरती को देखकर काफी आकर्षित हुए और यहां पर एक बेहतरीन टूरिज़्म डेवलप की संभावना जताई और इसके लिए राज्य सरकार और मुख्यमंत्री से मिलकर इसके विकास को लेकर भी प्रयास करने की बात कही है.