गुमला में छठ को लेकर उत्साह चरम पर, अहले सुबह विभिन्न छठ घाटों आया लोगों का हुजूम
लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर पूरे गुमला जिले में उत्साह चरम पर रहा. अहले सुबह विभिन्न छठ घाटों पर लोगों का हुजूम इकट्ठा हुआ. प्रशासन की ओर से सुरक्षा का व्यापक प्रबंध किए गए थे .
गुमला: लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर पूरे गुमला जिले में उत्साह चरम पर रहा. अहले सुबह विभिन्न छठ घाटों पर लोगों का हुजूम इकट्ठा हुआ. प्रशासन की ओर से सुरक्षा का व्यापक प्रबंध किए गए थे . मौके पर छठ घाट पर रंग-बिरंगे बल्बों से आकर्षक सजावट के साथ-साथ रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था की गई.
छठ पर्व पर सूर्य देव को मौसम के अनुरूप फलों के अलावा खास तौर पर तैयार किया गया ठेकुवा प्रसाद चढ़ाया गया. ठेकुवा प्रसाद आटे से बनाया जाता है. इसमें शुद्धता का पूरा ध्यान रखा जाता है. इसके लिए गेहूं इस्तेमाल होता है और इसे शुद्ध घी में पकाया जाता है. इसे छठ पर्व पर अर्ध्य के दौरान सूर्यदेव को प्रसाद के तौर पर अर्पित किए जाने की परंपरा है. इस दौरान सूर्य भगवान , छठी मैया की भक्ति में गीत से पूरा वातावरण गूंज उठा.
सिसई रोड के भट्ठी तालाब,मत्स्य विभाग के बांध तालाब,करमटोली,मुरली बगीचा तालाब,चेटर तालाब सहित नागफेनी के कोयल नदी व अन्य जलाशयों पर बनाये गए छठ घाट पर अहले सुबह से छठ व्रती जमा हुए. बच्चे,युवा तथा वृद्ध सबों ने परवैतिन के साथ दूध व जल से भगवान को अर्घ्य भेंट किए. छठ व्रत पर दिए जाने वाले प्रत्येक अर्ध्य को मनोकामनाओं की पूर्ति का प्रतीक माना जाता है. माना जाता है नियमपूर्वक व्रत करने वालों की प्रत्येक मुराद पूरी होती है.
वहीं, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी महापर्व छठ पर पूजा की थी और सोशल मीडिया पर लोगों को बधाई और शुभकामनाएं भी दी थी. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा था,' लोक आस्था और सूर्य उपासना के महापर्व छठ पूजा के अवसर पर छठ घाट पर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने का परम सौभाग्य मिला. इस पावन अवसर पर सभी को अनेक-अनेक बधाई और शुभकामानाएं. जय छठी मइया!