पटना: झारखंड में गुमला से 20 किमी दूर आंजन पर्वत है. झारखंड के इसी पहाड़ पर भगवान हनुमान का जन्म हुआ था. सादियों से मान्यता है कि अगर कोई इस पहाड़ पर बने मंदिर में 'ऊँ नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा' का जाप करेंगे तो शत्रुओं और कई रोगों पर विजय पा सकते है. कल बृहस्पतिवार को हनुमान जन्मोत्सव है. इस अवसर पर आंजना पर्वत पर धूमधाम के साथ जन्मोत्सव मनाया जाता है.


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सबसे जल्दी प्रसन्न होते है भगवान हनुमान 
बता दें कि हनुमान पहले ऐसे भगवान है जो सबसे पहले प्रसन्न हो जाते है. इनको मनाने के लिए चमत्कारी मंत्र है. अगर कोई 'हं हनुमंते नम:', 'हनुमन्नंजनी सुनो वायुपुत्र महाबल:। अकस्मादागतोत्पांत नाशयाशु नमोस्तुते।, द्वादशाक्षर हनुमान मंत्र : ऊँ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट, महाबलाय वीराय चिरंजिवीन उद्दते हारिणे वज्र देहाय चोलंग्घितमहाव्यये, ऊँ नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा, ऊँ नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा, ऊँ नमो हनुमते आवेशाय आवेशाय स्वाहा आदि का जाप करेगा तो हर संकट और रोग से मुक्त हो जाएगा.


अंजनी पर्वत पर लगेगा श्रद्धालुओं का ताता
अंजनी पर्वत पर भगवान हनुमान का जन्म हुआ था. हर साल जन्मोत्सव पर भव्य कार्यक्रम आयोजित होते है. कल यानि बृहस्पतिवार को देश के प्रसिद्ध भजन गायक संजू शर्मा एंड पार्टी द्वारा हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर रंगारंग भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी. जन्मोत्सव को लेकर स्थानीय लोग और श्रद्धालु उत्साहित नजर आ रहे है.


बूंदी के प्रसाद का होता है वितरण
भगवान हनुमान को बूंदी काफी आच्छी लगती थी. इसलिए हर मंगलवार और शनिवार को प्रत्येक हनुमान जी के मंदिर में बूंदी के प्रसाद का वितरण किया जाता है.


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