Ranchi: झारखंड के नवनियुक्त राज्यपाल रमेश बैस (Ramesh Bais) की नियुक्ति पर कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी (Irfan Ansari) ने कहा कि चाहे कोई भी बीजेपी (BJP) माइंडेड लोग ही राज्यपाल बनकर क्यों ना राज्य में आएं उनका प्रदेश में स्वागत है. अंसारी ने कहा कि महामहिम का पद एक संवैधानिक पद है, इसलिए इस पद पर चाहे जो आए सबों का स्वागत है. कांग्रेस विधायक ने साथ ही ये भी कहा कि यह झारखंड है, बंगाल नहीं, यहां नेतागिरी नहीं होगा जो संवैधानिक पद है, उसकी गरिमा का ख्याल झारखंड में रखा जाता है. 


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कांग्रेस विधायक राजेश कच्छप ने कहा कि द्रौपदी मुर्मू का राज्यपाल के तौर पर लंबा कार्य अनुभव प्रदेश के लोगों के लिए एक दर्द था. उन्होंने कहा कि संसाधनों का दुरुपयोग बीजेपी हमेशा से करती रही है. अब नए गवर्नर आ रहे हैं हम लोगों को उनका स्वागत करना चाहिए. 


साथ ही कांग्रेस विधायक ने कहा कि आने वाले समय में सरकार चाहे जिसकी भी हो राज्यपाल से उम्मीद करते हैं कि राज्य में निष्पक्ष होकर राजनीति से ऊपर उठकर प्रदेश के लोगों की भलाई के लिए काम करेंगे. उन्होंने कहा कि महामहिम के पद व उनकी गरिमा पर विश्वास है.


गौरतलब है कि द्रौपदी मुर्मू की जगह अब रमेश बैस झारखंड के नए राज्यपाल होंगे. इस बीच, ज़ी मीडिया से बात करते हुए रमेश बैस ने कहा कि झारखंड के विकास के लिए वो सीएम हेमंत सोरेन के साथ मिलकर काम करेंगे. बता दें कि 7 बार के बीजेपी सांसद रहे त्रिपुरा के राज्यपाल रमेश बैस को अब गैर बीजेपी शासित राज्य झारखंड का राज्यपाल होंगे.


जानकारी के अनुसार, रमेश बैस मूलरूप से छतीसगढ़ के रायपुर के निवासी हैं.  2 अगस्त 1947 को उनका जन्म हुआ था. वो 1982 से 1988 तक मध्यप्रदेश में बीजेपी प्रदेश मंत्री के पद पर भी कार्य कर चुके हैं. इसके बाद वो 1989 से लगातार 1996 तक लगातार 6 बार अविभाजित मध्यप्रदेश में लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं. साथ ही, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के विभाजन के बाद भी रमेश बैस रायपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने गए थे. इसके अलावा वो केंद्र में मंत्री भी रह चुके है.