रांचीः झारखंड विधानसभा के बजट सत्र का आज तीसरा दिन है. बजट सत्र की कार्यवाही के शुरू होते ही एक बार फिर सीजीएल पेपर लीक परीक्षा का मामला सदन में गूंजता रहा. सदन की कार्यवाही के दौरान संबंधित विधायक ने क्षेत्र के मुद्दों को सरकार के समक्ष रखा और सरकार की तरफ से प्रभारी मंत्री ने अपना जवाब दिया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने एक बार फिर पेपर लीक के मामले पर हंगामा शुरू किया.  प्रदर्शन करते-करते और सीबीआई जांच की मांग को लेकर भाजपा विधायक व्हेल पर भी पहुंचे. जिसके बाद नेता प्रतिपक्ष और भाजपा विधायक नीलकंठ मुंडा ने भी पेपर लीक मामले पर अपनी बात रखते हुए कहा कि वे इसलिए दुखी है, क्योंकि छात्रों के साथ अन्याय हुआ है. वहीं नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बावरी ने कहा कि सीजीएल के परीक्षा के उदास हैं और सिर्फ कृपा पूर्ति करना चाहती है. जबकि सीबीआई की जांच से ही कोई रास्ता निकल सकता है.


इस मामले पर झारखंड मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने उत्तर प्रदेश में हुए पेपर लीक मामले पर चुटकी लेते हुए कहा कि नीलकंठ से मुंडा जो दुखी है कि यहां के छात्रों को न्याय नहीं मिल रहा है. एक मैं भी इस बात से दुखी हूं कि बुलडोजर बाबा की जहां सरकार है. वहां मुद्दे नहीं उठाए जाते. दरअसल, उत्तर प्रदेश का शामिल है. उसे राज्य के टास्क फोर्स ही जांच कर रही है. सीबीआई की जांच नहीं हो रही है. माले विधायक विनोद सिंह ने कहा कि जब से राज्य का गठन हुआ है. तब से नियुक्ति को तालों की लंबी परिस्थित है. इसलिए सरकार को पूरे मामले को गंभीरता से लेना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि जेपीएससी के मामले पर भी सीबीआई ने जांच की थी, लेकिन क्या कुछ हासिल हुआ ये सबको पता है.


सदन की कार्यवाही के दौरान शिक्षा, भाषा, कॉलेज, किचन सेट काफी मामले सदन के अंदर सुनाई दिए. सबसे पहले विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने संथाली और मुंडारी भाषा में पढ़ाई करने की मांग रखी. जिसका आश्वासन देते हुए मंत्री में अखिलेश ठाकुर में 2025-26 से सभी स्कूलों में पढ़ाई शुरू करने की बात कही. आजसू से विधायक सुनीता चौधरी ने रामगढ़ महिला महाविद्यालय के नवनिर्मित भवन यह प्रश्न उठाया. जिस पर मंत्री ने जल्द शुरू होने का आश्वासन दिया.


वहीं भाजपा विधायक ढुल्लू महतो ने बाघमारा विधानसभा क्षेत्र में स्टेडियम बनाने की मांग रखी. उन्होंने कहा कि सरकार के तरफ से यह कहा गया कि स्टेडियम बन गया है. मैं जानना चाहता हूं कि स्टेडियम कहा बना है. मंत्री हफीजुल हसन ने जबाब दिया कि इनके क्षेत्र में दो स्टेडियम बनेंगे. इनके तरफ से कोई प्रस्ताव नहीं आया था. इसलिए स्टेडियम नहीं बन पाया. वहीं मंत्री पर दबाव में आरोप लगाए. जिसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि उनका वजन 125 किलो है. वह किसी के दबाव में नहीं आते.


सदन की कार्यवाही के दौरान नेता प्रतिपक्ष ने मंत्री मिथिलेश ठाकुर पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मंत्री जो जवाब दे रहे हैं. इसमें गंभीरता कम और छिछोरापन ज्यादा दिख रहा है. इस शब्द पर आपत्ति जताते हुए मंत्री ने कहा कि अगर यह शब्द और संवैधानिक है तो उन्हें माफी मांगनी चाहिए.
इनपुट- कमरान जलीली, रांची 


यह भी पढे़ं- Garhwa News: 3 मार्च का दिन गढ़वा जिलावासियों के लिए काफी ऐतिहासिक, मुख्यमंत्री करेंगे कई बड़ी योजनाओं का उद्घाटन