रांची: नक्सलियों के गढ़ में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. बिहार और छत्तीसगढ़ से लगने वाले बूढ़ा पहाड़ को नक्सलियों से मुक्त करवा लिया गया है. गढ़वा का बूढ़ा पहाड़ लम्बे समय से नक्सलियों का गढ़ रहा है, ऐसे में बूढ़ा पहाड़ नक्सली मुक्त हो जाने के बाद प्रशासन के लिए बड़ी राहत है.


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नक्सली गतिविधियों का गढ़ रहा है बूढ़ा पहाड़ 
अभियान आईजी एवी होमकर ने बताया कि बरसों से नक्सली गतिविधियों का संचालन बूढ़ा पहाड़ से होता आ रहा था. जिसके कारण बिहार, छत्तीसगढ़ और झारखंड में नक्सली इसी स्थान से अपनी गतिविधियों को अंजाम देते थे. प्रशासन लगातार इस क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों के विरूद्ध कार्रवाई कर रहा था. इसी क्षेत्र के अंतर्गत कई पुलिस पिकेट भी खोले गए हैं, लेकिन निर्णायक अभियान अभी चलाया जा रहा है. जिसमें झारखंड पुलिस, सीआरपीएफ, कोबरा बटालियन , झारखंड जगुआर, लातेहार गढ़वा पुलिस की टीमें शामिल हैं.


नक्सलियों के बंकरों को किया ध्वस्त 
आईजी एवी होमकर ने बताया कि इस अभियान का नाम ऑपरेशन ऑक्टोपस रखा गया है. पिछले 3 से 4 दिनों में बूढ़ा पहाड़ के क्षेत्र में पुलिस को भारी सफलता मिली है. पुलिस के द्वारा संयुक्त घेराबंदी कर लगातार सर्च अभियान चलाया जा गया है. इस अभियान के दौरान नक्सलियों के कई बंकरों को भी ध्वस्त किया गया है. साथ ही काफी मात्रा में गोला बारूद, आईडी और अन्य खाने-पीने  की सामग्रियों को बरामद किया गया है. बूढ़ा पहाड़ का पूरा क्षेत्र छत्तीसगढ़ से लेकर झारखंड सीमा तक फैला हुआ है. इस अभियान के तहत पुलिस को बड़ी सफलता मिली है, यह अभियान यूं ही बूढ़ा पहाड़ क्षेत्र में आगे भी चलता रहेगा.


(इनपुट-मनीष मिश्रा)


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