रांची: झारखंड में आजकल ओझा-गुनी, जादू-टोना और टोटका की मांग तेजी से बढ़ गई है. इसका कारण प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की झारखंड में बढ़ती कार्रवाई है. ईडी की पहल पर पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, मंत्री आलमगीर आलम, आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल, छवि रंजन और कई अन्य लोग जेल में हैं. कई अफसरों जैसे मनीष रंजन से पूछताछ हो रही है या हो चुकी है. इस स्थिति में 'साहबों' में बेचैनी बढ़ रही है. अधिकतर अधिकारियों को डर है कि उन्हें भी किसी केस में बुलाया जा सकता है और जेल जाना पड़ सकता है. इस डर का फायदा कुछ लोग उठा रहे हैं, जो अंधविश्वास फैला रहे हैं और जादू-टोना कर रहे हैं.


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बता दें कि ईडी का इतना खोफ है कि लोगों द्वारा जेल का खाना खाने से लेकर अफसरों को सुई भोंकने तक के टोटके किए जा रहे हैं. सोशल मीडिया पर नौकरशाहों में ईडी के डर को लेकर चर्चा हो रही है. पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के सलाहकार सुनील तिवारी ने एक्स (पहले ट्विटर) और फेसबुक पर लिखा कि एक 'ईमानदार' साहब को जादू-टोना करने वाले ने सलाह दी कि जेल का खाना मंगा कर खा लें, इससे जेल यात्रा का योग कट जाएगा. उस अधिकारी ने अपने गार्ड को होटवार जेल भेजा और वहां से रोटी-सब्जी मंगा कर खाई.


एक अन्य अधिकारी ने ओझा-गुनी की सलाह पर ईडी के कुछ अफसरों समेत अन्य लोगों का पुतला बनाया. उसने शनिवार को उसमें सुई भोंकी और फिर पुतले को पीपल के पेड़ के नीचे गाड़ दिया ताकि परेशानी से बच सके. अब देखना होगा कि मैनेज करने, जोड़तोड़ करने और कई नावों की सवारी करने में माहिर इन लोगों को जादू-टोना से कितना फायदा मिलता है. इस प्रकार झारखंड में ईडी की कार्रवाई के चलते अधिकारियों में डर और बेचैनी है, जिससे अंधविश्वास और जादू-टोना का प्रचलन बढ़ रहा है. यह देखना दिलचस्प होगा कि ये टोटके और जादू-टोना उन्हें कोई राहत दे पाते हैं या नहीं.


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