लातेहार: झारखंड की रानी के रूप में विख्यात नेतरहाट की घाटियों को अफीम की खेती कर अफगान बनाने की तस्करों की योजना पर पुलिस ने पानी फेर दिया है. पुलिस ने तत्काल इस पर एक्शन लेते हुए अफीम की खेती को ट्रैक्टर चला कर नष्ट कर दिया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बड़े पैमाने पर की गई अफीम की खेती
दरअसल, नेतरहाट के तराई में बसे नैना गांव के माधो टोला में अफीम तस्करों के द्वारा बड़े पैमाने पर अफीम की खेती की गई थी. पुलिस प्रशासन हरकत में आ गई और 24 घंटे के अंदर अफीम की खेती के खिलाफ बड़ा अभियान चलाकर लगभग पांच एकड़ में लगी अफीम की खेती को नष्ट कर दिया. हालांकि अभी भी लगभग 10 एकड़ भूमि में अफीम की फसल लहलहा रही है. जिसे जल्द ही नष्ट किया जाएगा. 


अफीम की खेती के खिलाफ चलाया गया अभियान
एसपी अंजनी अंजन ने इसे पूरी गंभीरता से लिया उन्होंने तत्काल इस मामले में कार्रवाई के लिए एक टीम गठित कर अफीम की खेती के खिलाफ अभियान चला दिया. एसपी के निर्देश पर नेतरहाट के थाना प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने अफीम की खेती के खिलाफ छापेमारी की. छापेमारी दल जब चिह्नित स्थान पर पहुंची तो वहां अफीम की लहलहाती फसल को देखकर आश्चर्यचकित हो गई. पुलिस की टीम अपने साथ एक ट्रैक्टर भी ले गई थी. 


पुलिस ने की तीन लोगों पर प्राथमिकी दर्ज 
ट्रैक्टर के माध्यम से अफीम की फसल को नष्ट करने का किया गया, लेकिन शाम होने के कारण छापेमारी दल को वापस लौटना पड़ा. शेष फसल को जल्द ही नष्ट किया जाएगा. इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों पर प्राथमिकी भी दर्ज की है. इनमें नेतरहाट थाना क्षेत्र के बराही गांव निवासी प्रभात तिग्गा और राजकुमार यादव के साथ-साथ माधो टोला निवासी अगस्तु भगत शामिल हैं. इन्हीं लोगों की खेत में अफीम की खेती की जा रही थी. हालांकि जंगली इलाकों में भी अफीम खेतों में लहलहा रही है.
इनपुट- संजीव कुमार


यह भी पढ़ें- WPL 2023: विमेंस प्रीमियर लीग का पहला मुकाबला आज, 5:30 बजे से ओपनिंग सेरेमनी, जानें मुंबई और गुजरात की प्लेइंग इलेवन