रांचीः Jharkhand Vidhansabha: विधानसभा के मानसून सत्र का तीसरा दिन सदन के बाहर बीजेपी विधायकों के प्रदर्शन के साथ शुरू हुआ. सदन की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही राज्य में इस्लामीकरण करने का आरोप लगाते हुए उर्दू स्कूल का मुद्दा उठाया गया तो भ्रष्टाचार के मुद्दों पर भी आरोप लगाए गए, तो इधर बीजेपी के आरोपों पर आपत्ति जताते हुए मिथलेश ठाकुर ने बीजेपी पर राज्य सरकार को अपदस्थ करने का आरोप लगाया. भ्रष्टाचार के मुद्दों पर पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोक-झोंक दिखी. 


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निलंबित किए गए विधायक
इसी बीच, सत्र के शेष अवधि के लिए अंतिम दिन के पहले दिन तक बीजेपी विधायक जय पटेल, भानु प्रताप शाही, ढुलु महतो को निलंबित किया गया. विधानसभा अध्यक्ष द्वारा किये गए निलंबन पर चारों विधायकों ने आपत्ति जताते हुए कहा कि पार्टी से प्रेरित होकर एकतरफा करवाई की गई है. मामले पर ढोलू महतो ने कहा कि हम विधायकों की बर्खास्तगी सही नहीं है, हमारे साथ पक्षपात हुआ है और इसका सदन से सड़क तक विरोध होगा. वही जे पी पटेल ने विधानसभा अध्यक्ष पर हेमंत सोरेन को खुश करने के लिए की गई कार्रवाई का आरोप लगाया. वही रणधीर सिंह ने भी आपत्ति जताई है. बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने भी सरकार को आड़े हाथों लिया.


टेबल पर खड़े होकर किया हंगामा
इधर दोबारा शुरू हुई विधानसभा की कार्यवाही के साथ ही बीजेपी विधायकों का विरोध एक बार फिर शुरू हुआ. विधायकों के निलंबन के मुद्दे को लेकर जोरदार हंगामा किया गया. विधायक मनीष जायसवाल और अमर बावरी रिपोर्टिंग टेबल पर खड़े हो गए और स्पीकर के सामने खड़े होकर हंगामा करने लगे. भाजपा विधायक की इस कार्रवाई को देख स्पीकर ने दोनों विधायकों को सदन से बाहर करने का निर्देश दिया. उसके बाद मार्शल ने दोनों विधायक को सदन से बाहर कर दिया. इससे नाराज भाजपा के सभी विधायक सदन से वाकआउट करते हुए बाहर चले गए.