झारखंड में पलायन व बेरोजगारी बनी बड़ी समस्या, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के प्रयास जारी : राज्यपाल
झारखंड के सुदूर कोने में रहने वाले अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे. राधाकृष्णन ने कहा कि झारखंड में बेरोजगारी और पलायन बड़ी समस्या रही है. हम रिक्त सरकारी पदों पर भर्ती की प्रक्रिया को आगे बढ़ा रहे हैं.
रांची: झारखंड के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन ने मंगलवार को कहा कि बेरोजगारी और पलायन राज्य की दोहरी समस्याएं हैं और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए बहुआयामी प्रयास जारी हैं. झारखंड से पलायन रूक इसके लिए कवायद की जा रही है.
राज्य की दूसरी राजधानी दुमका में तिरंगा फहराने के बाद उन्होंने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि विकास झारखंड के सुदूर कोने में रहने वाले अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे. राधाकृष्णन ने कहा कि झारखंड में बेरोजगारी और पलायन बड़ी समस्या रही है. हम रिक्त सरकारी पदों पर भर्ती की प्रक्रिया को आगे बढ़ा रहे हैं. राज्य सरकार ने करीब 38,000 रिक्त पदों पर नियुक्ति के लिए झारखंड कर्मचारी चयन आयोग को अनुरोधपत्र भेजा है. जिसमें से 36,000 पदों पर नियुक्ति के लिए विज्ञापन प्रकाशित हो चुका है.
झारखंड की 70 प्रतिशत से अधिक आबादी के गांवों में रहने का उल्लेख करते हुए राज्यपाल ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अपनी ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए बहुआयामी प्रयास किए जा रहे हैं. उसके द्वारा कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों के विकास हेतु अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं चलायी जा रही हैं.
इनपुट- भाषा
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