लोहरदगाः Monkeypox in Jharkhand: देश पहले से ही कोरोना संक्रमण से लड़ रहा है. इस बीच मंकीपॉक्स के खतरे ने लोगों की चिंता को और बढ़ा दिया है. जिस तरह से एक के बाद एक मंकीपॉक्स के मामले सामने आ रहे हैं उसे लेकर स्वास्थ्य एजेंसियां भी अलर्ट हो गई हैं. झारखंड के लोहरदगा के सदर अस्पताल में मंकीपॉक्स को लेकर स्वास्थय सुविधाओं को दुरुस्त किया गया है.   


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अस्पताल में पांच बेड का आइसोलेशन वार्ड तैयार 
लोहरदगा सदर अस्पताल में मंकीपॉक्स को लेकर पांच बेड का अलग से आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. मंकीपॉक्स को लेकर स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त किया गया है. वहीं जिले के सभी स्वास्थ्य और उप स्वास्थ्य केंद्र को व्यवस्थित करते हुए प्रशिक्षण भी दिया गया है. हालांकि लोहरदगा में अभी तक एक भी मंकीपॉक्स के मामले सामने नहीं आए हैं. लेकिन स्वास्थ्य विभाग इस मामले को लेकर पूरी तरह से अलर्ट है.


मंकीपॉक्स से निपटने के लिए चिकित्सकों की टीम गठित 
वहीं सिविल सर्जन डॉ संजय कुमार सुबोध ने बताया कि चिकित्सकों की टीम गठित की गई है. ताकि हर परिस्थितियों से निपटा जा सकें. सदर अस्पताल परिसर में ही पांच बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. वहीं मंकीपॉक्स और अन्य बीमारियों के अंतर को समझने और उस दिशा में इलाज करने का कार्य भी किया जा रहा है.


नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में कराएं इलाज
वहीं,सिविल सर्जन डॉ संजय कुमार सुबोध ने मंकीपॉक्स के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मंकीपॉक्स चिकन पॉक्स की तरह ही होते है. उन्होंने बताया कि मंकी पॉक्स में तेज बुखार, चेहरा लाल, और शरीर पर बड़े-बड़े दाने होते हैं. जिसे गिल्टी कहा जाता है. यदि किसी में इस प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर इसका इलाज कराएं.


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