देवघरः PM Modi Speech in Deoghar: बाबा बैद्यनाथ धाम में पूजन के बाद पीएम मोदी देवघर कॉलेज पहुंचे. यहां उन्होंने विशाल जनसभा को संबोधित किया. इस मौके पर बीजेपी के तमाम बड़े नेता शामिल हुए.  पीएम मोदी जैसे ही मंच की ओर बढ़े लोगों ने अभिवादन में शोर मचाना शुरू कर दिया. जनता से मुखातिब होते ही पीएम मोदी ने जोर के कहा.... जोहार... कि हाल चाल छै... पीएम मोदी का इतना कहना था कि लोगों का जोश दोगुना हो गया. कुछ सेकेंड्स भर तक लोगों के अभिवादन को देखते हुए पीएम मोदी शांत रहे और फिर अपनी बात आगे बढ़ाई. उन्होंने कहा कि कल देवघर की दिवाली पूरे देश ने देखी. असल में पीएम मोदी के आगमन की पूर्व संध्या पर लोगों ने दीपक जलाए थे. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

भाषण में खास और चुनिंदा शब्दों के प्रयोग
मंगलवार को पीएम मोदी झारखंड में देवघर की धरती से भले ही वहां की जनसभा को संबोधित कर रहे थे. लेकिन उनके आगे बढ़ते हर एक शब्द के साथ उनका भाषण गहरा संदेश फिजा में घोल रहा था. पीएम मोदी ने अपने भाषण में कई शब्दों को चुनिंदा तौर पर इस्तेमाल किया. उन्होंने संथाली जमीन, आदिवासी भाई-बंधु और मां जैसे संबोधनों से भीड़ को नवाजा, इसके साथ ही खुद को उनका, उनके बीच के एक व्यक्तित्व के तौर पर स्थापित करने की कोशिश की. इस दौरान खास बात रही कि उन्होंने 28 बार 'गरीब' शब्द का प्रयोग किया और आगे कहा कि गरीबी से लाचार एक मां अपने बेटे को अपनी बीमारी-अपनी परेशानी नहीं बता पाती है. पीएम मोदी ने जोर देकर कहा- लेकिन मां, तुम परेशान मत होना. तेरा दूसरा बेटा मैं हूं. अपनी चिंता इस बेटे से कहना. इस तरह के शब्दों-संबोधनों और वाक्य प्रयोगों के जरिए पीएम मोदी ने बिना कहे-बिना नाम लिए मौजूदा झारखंड सरकार पर करारी चोट भी कर दी. 


बाबाधाम और जनता जनार्दन का आशीष
इससे आगे बढ़े तो पीएम मोदी ने बाबाधाम का जिक्र किया. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'एक तरफ बाबा का आशीर्वाद और दूसरी तरफ ईश्वर रूपी जनता जनार्दन का आशीर्वाद. दोनों कितनी बड़ी शक्ति देते हैं, ये आप भी जानते हैं और मैं भी.' 'मुझे हवाई अड्डे की आधारशिला रखने के लिए देवघर आने का अवसर मिला और आज मैंने इसका उद्घाटन किया. इससे पहले, परियोजनाओं की घोषणा की जाती थी, 2-3 सरकारों के बाद आधारशिला रखी जाती थी, 2-3 और सरकारों की बाद में ईंटें रखी गई थीं और कई सरकारों के बाद परियोजनाओं ने पूरी होती थी.


हम ही शिलान्यास करते हैं और हम ही उद्घाटन
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, 'आज हम उस कार्य संस्कृति को लाए हैं, उस राजनीतिक संस्कृति को लाए हैं, उस गवर्नेंस के मॉडल को लाए हैं कि जिसका शिलान्यास हम करते हैं, उसका उद्घाटन भी हम करते हैं.' 'भारत आस्था, अध्यात्म और तीर्थस्थलों की धरती है. तीर्थयात्राओं ने हमें, बेहतर समाज और बेहतर राष्ट्र के रूप में गढ़ा है. हम देवघर को ही देखें तो यहां शिव और शक्ति भी है. ज्योतिर्लिंग और शक्तिपीठ यहां दोनों मौजूद हैं.'


देश के तीर्थस्थलों का किया जिक्र
पीएम मोदी ने कहा, बाबा वैद्यनाथ धाम हो, काशी विश्वनाथ धाम हो, केदारनाथ धाम हो, अयोध्या धाम हो, रामायण सर्किट हो, भगवान बुद्ध से जुड़े पवित्र स्थान हों, देश में आस्था, अध्यात्म और ऐतिहासिक महत्व से जुड़े हर स्थान में आधुनिक सुविधाएं तैयार की जा रही हैं.' ये हमारी सरकार के लिए बहुत गर्व की बात है कि 15 नवंबर, भगवान बिरसा मुंडा के जन्म दिवस को हमने जनजातीय गौरव दिवस घोषित किया है. धरती आबा बिरसा मुंडा के बेहतरीन और आधुनिक संग्रहालय के निर्माण का सौभाग्य भी हमें ही मिला है.'


अन्य सरकारों की प्राथमिकता सत्ता है, सेवा नहीं
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'कुछ सरकारें होती हैं, जिसके दिल में सेवा भाव नहीं, सत्ता भाव भर जाता है. ये सत्ता भाव के कारण जो लंबे समय तक जो सरकारों में रहे, उनकी प्राथमिकता, सत्ता पाना होती है, सेवा कभी उनकी प्राथमिकता नहीं रही. उन्होंने पहले की सरकारों पर हमला बोलते हुए लोगों से पूछा-देश वही, लोग वही, दफ्तर वही, अफसर वही, ये विकास कार्य पहले होते थे क्या. उन्होंने कहा कि विकास को लेकर जो इच्छाशक्ति होनी चाहिए वो पहले की सरकारों में नहीं थी, इसलिए तमाम विकास कार्य नहीं हो पा रहे थे.


देवघर को स्वच्छ बनाने की अपील
भाषण के दौरान ही उन्होंने देवघर के लोगों से अपील की वे इसे स्वच्छ बनाए. उन्होंने कहा कि जो विकास कार्य यहां हो रहे हैं उन्हें संभाल कर रखना भी हमारा काम है. स्वच्छता की रैंकिंग में देवघर को सबसे ऊपर लाना है इसलिए इसे स्वच्छ बनाईए. प्रधानमंत्री ने कहा कि शार्टकट वालों को ना मेहनत करनी पड़ती है और ना ही उन्हें दूरगामी परिणामों के बारे में सोचना पड़ता है. लेकिन ये बहुत बड़ी सच्चाई है कि जिस देश की राजनीति शॉर्टकट पर आधारित हो जाती है, उसका एक ना एक दिन शॉट सर्किट भी हो ही जाता है. मैं देशवासियों को शॉर्ट-कट की राजनीति से बचकर रहने का आग्रह कर रहा हूं. शॉर्ट-कट की राजनीति करने वाले कभी नए एयरपोर्ट नहीं बनवाएंगे, कभी नए, आधुनिक हाईवेज नहीं बनवाएंगे. शॉर्ट-कट की राजनीति करने वाले कभी एम्स नहीं बनवाएंगे, हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज के लिए मेहनत नहीं करेंगे.'