Jharkhand News: प्रधानाध्यापक की लापरवाही से ओलंपियाड परीक्षा में शामिल नहीं हो सके छात्र, छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़
Jharkhand News: झारखंड के गुमला जिले में एक प्रधानाध्यापक की लापरवाही इन दिनों पूरे इलाके में चर्चा में है. दरअसल, प्रधानाध्यापक की लापरवाही के कारण जिला टॉप थ्री में आने वाले छात्र झारखंड ओलंपियाड परीक्षा में भाग लेने से वंचित रह जाते हैं.
गुमला:Jharkhand News: झारखंड के गुमला जिले में एक प्रधानाध्यापक की लापरवाही इन दिनों पूरे इलाके में चर्चा में है. दरअसल, प्रधानाध्यापक की लापरवाही के कारण जिला टॉप थ्री में आने वाले छात्र झारखंड ओलंपियाड परीक्षा में भाग लेने से वंचित रह जाते हैं. जिसके बाद अभिभावकों ने प्रधानाध्यापक पर बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है.
समय रहते नहीं मिला प्रवेश पत्र
पूरा मामला जिले के डुमरी प्रखंड अंतर्गत आने वाले प्लस टू उच्च विद्यालय डुमरी, टांगरडीह का है. जहां प्रधानाध्यापक की गलती से झारखंड ओलंपियाड परीक्षा में भाग लेने छात्रों को समय पर प्रवेश पत्र नहीं मिल पाता है. जिसके बाद विद्यालय के शिक्षक एक दूसरे पर इसका ठीकरा फोड़ रहे हैं. बता दें कि विद्यालय के 10 विद्यार्थियों 18 जुलाई से 20 जुलाई तक आयोजित झारखंड राज्य ओलंपियाड परीक्षा में भाग लेना था, लेकिन विद्यालय द्वारा समय रहते प्रवेश पत्र नहीं मिलने के कारण छात्र इस परीक्षा में भाग लेने से वंचित रह जाते हैं. इस मामले में शिक्षा विभाग ने भी अभी तक कोई संज्ञान नहीं लिया है.
शुक्रवार को दी गई जानकारी
प्रधानाध्यापक की लापरवाही को लेकर सांसद प्रतिनिधि अनिरुद्ध चौधरी ने कहा कि विद्यालय के शिक्षकों से बात करने पर पता चला की यहां विद्यालय के प्रति कोई जिम्मेदार नहीं है. प्रधानाध्यापक को शुक्रवार को ही ओलंपियाड परीक्षा का प्रवेश पत्र लेने से संबंधित जानकारी बीआरसी के द्वारा दी जाती है. जिसके बाद भी छात्रों को प्रवेश पत्र नहीं दिया जाता है. पूरे मामले को लेकर शिक्षा विभाग के वरीय पदाधिकारियों से बात की जाएगी और लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की जाएगी.
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बता दें कि प्रखंड के दूसरे विद्यालयों के 235 विद्यार्थियों को प्रवेश पत्र समय से उपलब्ध करा दिया था. प्लस टू उच्च विद्यालय डुमरी, टांगरडीह में 15 दिन पहले भी वोकेशनल के प्रायोगिक परीक्षा का अंक नहीं जुड़ने से 76 विद्यार्थी उस विषय में अनुत्तीर्ण हो गए.