Ranchi: भारत रविवार को होने वाले अपने अंतिम सुपर 12 मुकाबले में जिम्बाब्वे को हराकर टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में जगह बनाने के मजबूत इरादे से उतरेगा. ठीक दो सप्ताह पहले भारत ने मेलबर्न मैदान पर पाकिस्तान पर चार विकेट की रोमांचक जीत के साथ अपने अभियान की शानदार शुरूआत की थी. जिम्बाब्वे के खिलाफ सुपर 12 के ग्रुप दो मुकाबले के लिए वह फिर मेलबर्न मैदान पर लौट रहा है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जानें कैसा रहा है जिम्बाब्वे के खिलाफ रिकॉर्ड


भारत का जिम्बाब्वे के खिलाफ 5-2 का करियर रिकॉर्ड है. इस फॉर्मेट में उनका आखिरी मुकाबला 2016 में हुआ था और यह पहली बार होगा जब वे टी20 विश्व कप में भिड़ेंगे. बता दें कि भारत और जिम्बाब्वे 6 साल बाद किसी टी20 इंटरनेशनल में एक-दूसरे का सामना करना जा रही है. आखिरी बार ये दोनों टीम की भिड़ंत जून 2016 में हरारे में हुई थी. इस मैच में टीम इंडिया को सिर्फ 3 रन से जीत मिली थी. 


नहीं लेगी हल्के में लेने की गलती 


भारत ने पाकिस्तान और बांग्लादेश के खिलाफ बेहद रोमांचक जीत हासिल की है और वे जानते हैं कि जिम्बाब्वे को हलके में नहीं लिया जा सकता. जिम्बाबे ने पर्थ में पाकिस्तान के खिलाफ एक रन से चौंकाने वाली जीत हासिल की थी.


टीम इंडिया को करना होगा अच्छा प्रदर्शन


भारत को पॉवरप्ले में शानदार शुरूआत की उम्मीद की जो टूर्नामेंट में उसे अब तक नहीं मिल पायी है. भारत को पॉवरप्ले में पाकिस्तान के खिलाफ 31/3, नीदरलैंड्स के खिलाफ 32/1, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 33/2 और बांग्लादेश के खिलाफ 37/1 की शुरूआत ही मिल पायी है जो कप्तान रोहित शर्मा और केएल राहुल जैसे बल्लेबाजों की प्रतिष्ठा से न्याय नहीं करती है.


हालांकि रोहित ने नीदरलैंड्स के खिलाफ अर्धशतक बनाया जबकि राहुल ने बांग्लादेश के खिलाफ अर्धशतक बनाया लेकिन भारत को दोनों से एक बढ़िया साझेदारी की जरूरत होगी. विरोट कोहली बल्ले से विस्फोटक रहे हैं जबकि सूर्यकुमार यादव ने तब रन बनाये हैं जब भारत को जरूरत रही है. भारत मध्य क्रम में हार्दिक पांड्या और दिनेश कार्तिक से भी योगदान चाहेगा. भारत की गेंदबाजी उसके लिए अब तक सर्वश्रेष्ठ रही है. केवल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच को छोड़कर. युवा तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने नयी गेंद के साथ और डेथ ओवरों में खुद को साबित किया है.


(इनपुट आईएएनएस के साथ)