खूंटी : खूंटी जिले के जरिया गढ़ थाना मुख्यालय से गोविंदपुर लापुंग मिशन जाने वाली पथ काफी जर्जर हो गयी है. सड़क पर बड़े-बड़े बोल्डर निकल आए हैं. लोगों का वाहन से तो क्या पैदल भी चलना खतरे से खाली नहीं. सड़क कै बजाय खेत की मेड़ पर चलना आसान लगता है. जिसके कारण जरिया गढ़ विकास से दूर होते जा रहा है. 


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28 साल पहले जब नहीं बना था झारखंड तब इस गांव में बिछी थी सड़क 
इस गांव में जब सड़कें खस्ताहाल नहीं थीं तो जरिया गढ़ में बैंक, फैक्ट्री व्यवसाय का जरिया आवागमन के कारण अच्छा था, लेकिन‌ इन सभी में अभी वर्तमान में कुछ नहीं है. कर्रा प्रखण्ड की उपप्रमुख और जरिया गढ़ निवासी सावित्री देवी ने बताया कि झारखण्ड बनने से पहले यानि 28 वर्ष से पहले यहां सड़क बनी थी. उसके बाद इस सड़क को बनाने के लिए किसी ने पहल नहीं की. जबकि जरिया गढ़ से गोविंदपुर जानेवाली इस सड़क के विषय में जनप्रतिनिधियों मंत्री, सांसद, विधायक सभी को कहा गया पर किसी ने इस सड़क के निर्माण को लेकर किसी का ध्यान नहीं गया और आज भी यही स्थिति बरकरार है. 


झारखण्ड को 22 वर्ष और खूंटी को जिला बने 15 वर्ष हो गए लेकिन किसी का ध्यान इधर नहीं गया 
मुकेश राम ने बताया कि इस सड़क से प्रतिदिन सैकड़ों विद्यार्थी स्कूल कॉलेज और दूसरे जगहों पर जाते हैं. इस जर्जर सड़क की वजह से लोगों को काफी दिक्कत होती है.  बरसात में तो ये समस्या और बढ़ जाती है. झारखण्ड को 22 वर्ष और खूंटी को जिला बने 15 वर्ष बीत गए पर अविभाजित बिहार में 28 वर्ष पहले जो यह सड़क बना इसके बाद से सड़क का मरम्मत तक नहीं हुई है. 
(रिपोर्ट-ब्रजेश कुमार)


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