रांची:Jharkhand News: राजधानी रांची के इटकी प्रखंड में बीते 2 दिनों से लोग दहशत के साए में जीने को मजबूर हैं. दरअसल इलाके में कुल 4 लोगों की मौत हाथी के कुचलने की वजह से हुई है. जिसमें दो लोग चच गुरा गांव के हैं. लोगों को हर पल इस बात का डर सता रहा है कि कहीं हाथी उनके घरों में ना घुस जाए. लेकिन इसी बीच ग्रामीणों द्वारा हाथी से बचने की कोशिश और घायलों की कराहते हुए तस्वीर सामने आई इससे अंदाजा लगाया जा सकता है की वे आखिर किस दहशत में जीने को मजबूर हैं. बता दें कि झारखंड में अब तक हाथी के हमले में 16 लोगों की मौत हो गई है.


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मुआवजे को लेकर चल रही कागजी कारवाई


हालांकि जानकारी के मुताबिक हाल ही में इटकी और लोहरदगा समेत राज्य में हाथी के हमले में मारे गए लोगों के परिजनों को वन विभाग जल्द 4- 4 लाख रुपए मुआवजा मुहैया कराएगी. इसके अलावा घायलों को प्रावधान के अनुसार एक लाख दिए जाएंगे. इटकी के चच गुरा,लुपुंगा और कुल्ली जंगल के आसपास के दर्जनों गांव के ग्रामीण भयभीत हैं क्योंकि उन्हें हाथी के वास्तविक लोकेशन की जानकारी नहीं तो हर पल दहशत में हैं दूसरी ओर मृतकों के घर पर लोगों का आना जाना भी लगा है लेकिन दूसरे गांव के लोग एक गांव में जाने से परहेज कर रहे हैं


सावधानी बरतने की अपील


फॉरेस्ट के अधिकारी के मुताबिक,बुधवार को हाथी कुली जंगल में ही दिनभर था. शाम 6:00 बजे कुल्ली जंगल से निकलकर इटकी के ही खंबा गांव के पास से लुपुंगा जंगल की तरफ पहुंच गया,और अभी कुल्ली वन से कादि वन की तरफ हाथी बढ़ा है. जहां पहले से 3 हाथी मौजूद होने की सूचना मिल रही है. उम्मीद है कि यहां से हाथी खूंटी प्रमंडल के तरफ निकल सकता है. इसलिए ग्रामीणों को पहले से सावधानी बरतने की अपील की गई है.


इनपुट- कामरान जलीली


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