अब कौशल प्रशिक्षण से झारखंड के युवाओं को मिलेगा रोजगार, सरकार ने शुरू की पहल
कौशल विकास के क्षेत्र में झारखंड लगातार आगे बढ़ रहा है. इसी क्रम में मुख्यमंत्री सारथी योजना के तहत बिरसा योजना का शुभारंभ किया गया. जिसके बाद अब राज्य के 80 प्रखंडों के बिरसा केंद्रों में अभ्य्यार्थी कौशल विकास का प्रशिक्षण ले सकते हैं.
रांची: कौशल विकास के क्षेत्र में झारखंड लगातार आगे बढ़ रहा है. इसी क्रम में मुख्यमंत्री सारथी योजना के तहत बिरसा योजना का शुभारंभ किया गया. जिसके बाद अब राज्य के 80 प्रखंडों के बिरसा केंद्रों में अभ्य्यार्थी कौशल विकास का प्रशिक्षण ले सकते हैं. वहीं कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने रोज़गार प्रोत्साहन भत्ता और परिवन भत्ता की भी शुरुआत की. जिसमें डीबीटी के माध्यम से राशि का भी ट्रांसफर किया गया.
युवाओं का हो कौशल विकास,रोज़गार के खुल जाए द्वार इसी उद्देश्य के साथ आज राज्य के युवाओं को सरकार ने 80 प्रखंड में प्रशिक्षण केंद्रों की सौगात दी है. इस दौरान मुख्यमंत्री ने रोज़गार प्रोत्साहन भत्ता और परिवहन भत्ते की भी शुरुआत की और डीबीटी के माध्यम से लाभुकों के एकाउंट में राशि का भी ट्रांसफर किया है. आज से राज्य के 80 प्रखंडों में बिरसा केंद्रों का उद्घटान किया गया है जहां अभ्य्यार्थी निशुल्क कौशल परीक्षण पा सकते हैं. कार्यक्रम के दौरान 5 केंद्र ऑनलाइन भी जुड़े थे जिनके साथ मुख्यमंत्री ने बात भी की. इस दौरान छात्र छात्रों ने कौशल केंद्रों को प्रखंड तक खोले जाने मुख्यमंत्री को धन्यवाद भी दिया. वहीं मुख्यमंत्री ने आक्स पास के लोगों को ट्रेनिंग के लिए प्रेरित करने की सलाह देते हुए बताया कि सभी लोगों को हुनरमंद बनाना हमारी सोच है, इसी संकल्प के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं. पहले शहरों में सेंटर चलते थे अब प्रखंडों में भी ये व्यवस्था शुरू हुई है.हुनरमंद होना बेहद ज़रूरी है.हुनर को सम्मान भी मिलता है दाम भी मिलता है.
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दरअसल इस योजना के तहत राज्य के युवाओं के साथ-साथ 50 वर्ष तक के लोगों को भी प्रशिक्षित करने की योजना है. जिसके मुताबिक अब न सिर्फ 18 से 35 वर्ष तक के लोगों को ट्रेनिंग मिलेगी बल्कि आरक्षित वर्ग के लिए आयुसीमा 50 वर्ष तक के लिए बढ़ाया गया है. वहीं ट्रेनिंग के लिए केंद्रों तक पहुंचने के लिए भी परिवहन भत्ता भी राज्य सरकार द्वारा दिया जाएगा. जिसके अंतर्गत युवकों को 1000 और युवतियों को 1500 का भत्ता देने का प्रावधान है तो वहीं ट्रेनिंग लेने के बाद भी अगर जॉब न मिले तो 3 महीने के बाद भी रोज़गार प्रोत्साहन राशि भी सरकार की तरफ से दी जाएगी.
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा की जब हम चुनाव लड़ रहे थे तो वायदा किया था कि राज्य के नौजवानों को बेरोजगारी भत्ता सरकार देगी, लेकिन में उसे प्रोत्साहन भत्ता कहना चाहूंगा. वायदों के मुताबिक सरकार के कार्यों को आगे बढ़ते हुए सरकार के उन्हीं में से एक और वादा हम पूरा कर रहे हैं. हुनरमंद बनाएंगे ताकि आने वाले समय मे रोज़गार के लिए ये ट्रेनिंग मील का पत्थर साबित होगा.
आज कई विभागों के माध्यम से हम कई योजनाएं चला रहे हैं. ट्रेनिंग के साथ उनका प्लेसमेंट भी हो रहा है. आज तक 20 हज़र से ज़्यादा नौजवानों को रोज़गार के लिए पहुंचने का मार्ग प्रशस्त किया. खुशी होती है जब नौजवान कमाकर अपने घर पैसे भेजता है. स्किल डेवलपमेंट हर इंसान के लिए ज़रूरी है. आज के दिन अगर हाथ में हुनर है तो भूखा नहीं मर सकते. आज जिस तरीके से स्किल्ड नौजवानों की बहुत ज़्यादा पूछ है. हमारा राज्य और पिछड़े राज्य मजदूर तबके के लोग हैं. मशीनों ने धीरे-धीरे कार्यों को करना शुरू कर दिया है.आज अगर हम स्किल्ड नहीं होंगे तो काम नहीं मिलेगा. शिक्षा के साथ हुनरमंद होना मास्टर डिग्री के बराबर है.
आज जैसे रोज़गार का आलम है, गांव के लोग फौज में जाते थे पर केंद्र सरकार ने इसमे बदलाव कर दिया है और लोग सोचने की मजबूर है कि फौज में जाये या नहीं. बैंकों में भी लोग नौकरी करते थे लेकिन आज बैंक मर्जर हो जा रहा है. अगर ग्रेजुएट हो जाते थे बच्चे तो रेलवे में नौकरी करते थे,लेकिन आज रेलवे और स्टेशन प्राइवेटाइजेशन की तरफ जा रहा है.सरकारी नौकरी बन्द होती दिख रही है.
कार्यक्रम में शामिल मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि हमारे सीएम 2019 में जब शपथ ली और कैबिनेट की बैठक हुई उस दिन से आज तक मैंने देखा की झारखंड और यहां के युवाओं को भविष्य सुधरे, इसके लिए योजना बनाई हर संभव प्रयास किया, मुझे याद है वैश्विक महामारी की जब लोग अपने घर लौट रहे थे उसी वक्त इस योजना की नींव रखी गई. ऐसा नहीं की ये पहली बार ऐसा हो रहा पर इस बार की कवायद लोगों को नया आयाम दे रही है. सरकार प्रयास में लगी है कि हर लोगों को रोजगार मिले, हम लागातार नियुक्तियां कर रहे हैं. वहीं 26000 शिक्षकों के लिए विज्ञापन निकला है इसके बाद भी लोग है जिन्ंहे रोजगार देना है और इस प्रशिक्षण शिविर से उन्हीं लोगों के लिए है जिन्हें सबसे ज्यादा रोजगार की जरूरत है. युवाओं से आग्रह है की रोजगार देने वाले बनें. आप ट्रेनिंग लेकर लोन का सहारा लेकर खुद का यूनिट बनाकर आगे बढ़ें.
Kamran Jalili