Trending Photos
भागलपुर: बिहार के भागलपुर पुलिस के एसएसपी व IIIT निदेशक के बीच एमओयू साइन हुआ है. यह एमओयू ऐसे सॉफ्टवेयर को लेकर है जिसे ट्रिपल आईटी के द्वारा बनाया गया है. ऐसे में अब इस सॉफ्टवेयर के आने के बाद भागलपुर में पुलिस अब किसी भी अपराधिक मामलों में एफआईआर करने में या फिर एफआईआर के बाद अनुसन्धान में लापरवाही नहीं बरत सकती है. साथ ही अपराध के बाद घटनास्थल पर जाकर सिर्फ खानापूर्ति नहीं कर सकती है.
दरअसल भागलपुर एसएसपी आनंद कुमार के निवेदन पर भारतीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी संस्थान भागलपुर(IIIT) ने केस के विश्लेषण उसके रिपोर्टिंग के लिए एक सॉफ्टवेयर डेवलप किया है. आज ट्रिपल आईटी और भागलपुर पुलिस के बीच इसको लेकर एमओयू साइन किया गया. ट्रिपल आईटी के निदेशक प्रोफेसर अरविंद चौबे व एसएसपी आनंद कुमार ने एमओयू साइन किया.
ये भी पढ़ें- मुजफ्फरपुर में प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही की गोली मारकर हत्या, बॉडीगार्ड की भी मौत
इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से एसएसपी या एसपी संबंधित किसी भी थाना क्षेत्र में हुए अपराध के बाद एफआईआर की जानकारी व अनुसन्धान की जानकारी ले सकते हैं. संबंधित केस के डीएसपी ,आईओ व थाना प्रभारी उस सॉफ्टवेयर पर उचित जानकारी भी देंगे. एसएसपी ने बताया की पुलिस की कार्यशैली में तकनीकी में सुधार हो,आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा एनालिसिस हो उसके मदद से अपराध के हॉटस्पॉट को प्रेडिक्ट करना इसके साथ ही जितने सारे केस पेंडिंग है उसका मोनिटरिंग हो.
एसएसपी एसपी केस को फिल्टर कर मॉनिटर कर सकते हैं. इसके साथ ही ट्रैफिक मैनेजमेंट व साइबर सिक्युरिटी पर काम होगा. वहीं अब आम लोगों से यह शिकायतें भी कम होगी कि पुलिस उनके केस में लापरवाही बरत रही है. इस सॉफ्टवेयर से पुलिसिंग में काफी सहूलियत होगी. ट्रिपल आईटी के निदेशक ने बताया कि यह पुलिसिंग में पहला सॉफ्टवेयर है जिससे केस की रिपोर्टिंग व केस में प्रोग्रेस क्या है इसकी जानकारी मिलेगी.
(रिपोर्ट- अश्वनी कुमार)