Vastu Tips:  आपको बता दें कि वास्तु, ज्योतिष और सनातन शास्त्रों के हिसाब से घर में कई तरह के पौधे को लगाने के बारे में बताया गया है. जिससे घर में खुशिया, समृद्धि, सुख और परिवार में सौहार्द बना रहता है. ऐसे में ये पौधे घर के वास्तु दोष को भी दूर करने का काम करते हैं. ऐसे में सनातन धर्म शास्त्रों की मानें तो सबसे पवित्र पौधा तुलसी का बताया गया है. यह पौधा मां लक्ष्मी, गणपति जी, भगवान विष्णु इत्यादि सभी देवताओं को बेहद प्रिय है. इसके साथ ही इसकी पत्तियां भगवान शिव को छोड़कर हर पूजा में इस्तेमाल होती हैं. आपको बता दें कि तुलसी के इस पौधे को आयुर्वेद में भी विशेष स्थान मिला हुआ है. वहीं भगवान शिव, मां शक्ति और न्याय के देवता शनिदेव को बेहद प्यारा शमी का पौधा भी घर में लगाने का विधान है. ऐसे में कई बार मन में सवाल उठता है कि क्या तुलसी और शमी के पौधे को एक साथ लगाना चाहिए या दोनों को आसपास के गमले में रखना चाहिए या नहीं?


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जहां एक तरफ तुलसी का पौधा घर में लगाने से घर के समस्त दोषों के साथ वास्तु दोष भी दूर हो जाता है. वहीं शमी का पौधा घर में लगाने से शनिदेव और भगवान शिव की घर पर विशेष कृपा बनती है और साथ ही सभी तरह के शनि दोषों से मुक्ति भी मिलती है. 


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तुलसी के पौधे को लेकर कहा जाता है कि इसे घर के ईशान कोण या उत्तर-पूर्व दिशा में लगाना चाहिए. इस पौधे का सीधा संबंध बुध ग्रह से है साथ ही मां लक्ष्मी का इसमें निवास माना गया है. शनिदेव को भगवान शिव के साथ मां दुर्गा को बेहद पसंद शमी का पौधा भी बेहद पवित्र बताया गया है. ज्योतिष शास्त्र की मानें तो शमी के पौधे में त्रिदेव का भी वास होता है. 


ज्योतिष शास्त्र में तुलसी और शमी के पौधे को एक साथ लगाने की मनाही नहीं है. ऐसे में इन दोनों पौधों को एक साथ घर में रखा जा सकता है. शमी और तुलसी का पौधा घर में एक साथ लगाया जाए तो इससे घर के लिए सुरक्षा कवच तो बनेगा ही साथ ही नकारात्मक ऊर्जा भी दूर होगी. हालांकि इन दोनों पौधों को एक ही गमले में लगाने की मनाही है.