Dhanteras 2024: इस साल धनतेरस पर त्रिपुष्कर योग बन रहा है, जो इसे खास बना रहा है. धनतेरस से दिवाली के पांच दिवसीय पर्व की शुरुआत होती है और भाई दूज के दिन इसका समापन होता है. इस दिन सोना, चांदी, बर्तन, झाड़ू और धनिया खरीदने का विशेष महत्व है. आचार्य मदन मोहन के अनुसार माना जाता है कि धनतेरस के दिन की गई खरीदारी से धन में 13 गुना वृद्धि होती है. इसके साथ ही लोग वाहन, जमीन और प्रॉपर्टी जैसी चीजें भी खरीदते हैं. इस दिन भगवान धन्वंतरि, माता लक्ष्मी और कुबेर देवता की पूजा की जाती है. धनतेरस के अगले दिन नरक चतुर्दशी या छोटी दिवाली मनाई जाती है.


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आचार्य मदन मोहन के अनुसार भगवान धन्वंतरि की पूजा से व्यक्ति को अच्छा स्वास्थ्य और लंबी उम्र मिलती है. इस साल धनतेरस की तारीख को लेकर कुछ असमंजस है, क्योंकि कुछ लोग इसे 29 अक्तूबर को मनाएंगे और कुछ 30 अक्तूबर को. दोनों दिन खरीदारी के शुभ योग बन रहे हैं, जिससे बाजारों में भीड़ बढ़ गई है. ज्वेलरी से लेकर कार तक की बुकिंग तेज हो गई है और लोग इस खास दिन का लाभ उठाने के लिए उत्साहित हैं. साथ ही धनतेरस के दिन दीपदान का भी विशेष महत्व है. ज्योतिषाचार्य के अनुसार, इस दिन प्रदोष काल में भगवान धन्वंतरि की पूजा के साथ घर के मुख्य दरवाजे, छत और नल के पास दीपक जलाना चाहिए. इससे घर में सुख-समृद्धि आती है और अकाल मृत्यु का भय समाप्त होता है.


धनतेरस 2024 के शुभ मुहूर्त की बात करें तो त्रयोदशी तिथि 29 अक्तूबर सुबह 10:31 बजे शुरू होकर 30 अक्तूबर दोपहर 1:15 बजे समाप्त होगी. धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त 29 अक्तूबर को शाम 6:31 बजे से रात 8:31 बजे तक रहेगा, जिससे एक घंटा 42 मिनट का समय मिलेगा. वहीं, त्रिपुष्कर योग 29 अक्तूबर सुबह 6:31 बजे से 30 अक्तूबर सुबह 10:31 बजे तक रहेगा, जिसमें की गई खरीदारी से तीन गुना वृद्धि होगी.


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