Gemstone: ज्योतिष शास्त्र की मानें तो किसी भी जातक के पूरे जीवन की झलक उसकी कुंडली में दिख जाती है. कुंडली के 12 भाव, नौ ग्रहों का प्लेसमेंट और साथ ही सारे ग्रह किस राशि में कहां स्थित हैं यह जातक के स्वभाव, विचार, करियर, प्रेम संबंध, स्वास्थ्य, पारिवारिक जीवन सहित सभी चीजों को दर्शाता है. ऐसे में ग्रहों के लिए उनके रत्न और उपरत्न भी बताए गए हैं. ऐसे में संबंधित ग्रहों की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए उसके रत्न या उपरत्न धारण करने की सलाह दी जाती है. ऐसे में बता दें कि कुंडली में सबसे क्रूर ग्रह के तौर पर न्याय के देवता शनि को माना गया है. जिसका रत्न नीलम है और उपरत्न नीली है. 


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ऐसे में आपको बता दें कि नीलम एक तो काफी महंगा है और इसका प्रभाव जातक के जीवन पर तुरंत देखने को मिलता है. कुंडली में शनि की स्थिति को मजबूत बनाने के लिए नीलम धारण करने की सलाह दी जाती है. लेकिन, आपको बता दें कि नीलम को धारण करने से पहले जानकार ज्योतिष से इसके बारे में सलाह जरूर लेनी चाहिए. क्योंकि नीलम में यह क्षमता है कि वह रातोंरात रंक को भी राजा बना देता है. लेकिन, अगर यह सूट नहीं किया तो इससे होनेवाले नुकसान का आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते हैं. 


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ऐसे में नीलम धारण करने से पहले लोग हजारों बार इसको लेकर विचार करते हैं और ज्योतिष के प्रकांड विद्वानों से इसके बारे मनें सलाह लेकर ही धारण करते हैं. वैसे नीलम को खरीदकर तुरंत धारण करने की भी जरूरत नहीं होती है. बल्कि इसे कुछ दिनों तक तकिए के नीचे रखकर सोने की सलाह दी जाती है. ताकि इसका आप पर पड़नेवाले अच्छे या बुरे प्रभाव का अनुमान लगाया जा सके. 


ऐसे में कम से कम 5 रत्ती के नीलम को नीले कपड़े में बांधकर सिराहने में रखना चाहिए इससे इसकी शुभता और अशुभता का आपको अंदाजा लग जाएगा. यदि नीलम को सिराहने रखकर सोने से आपको अच्छे सपने आते हैं इसका अर्थ है कि यह आपको सूट कर रहा है और आपके लिए शुभ फल देनेवाला है. वहीं अगर बुरे सपने आएं तो इसे कभी भी धारण नहीं करना चाहिए. 


नीलम अगर आपके लिए शुभ नहीं है तो सबसे पहले आपकी आंखों में परेशानी बढ़ाएगा. आंखों में जलन और सिरदर्द की समस्या पैदा होगी. वहीं आपकी आर्थिक स्थिति पर भी इसका विपरित असर होगा. वहीं आपको घबराहट बेचैनी जैसे लक्षण भी देखने को मिलेंगे. साथ ही किसी आकस्मिक दुर्घटना के आप शिकार हो सकते हैं.