Dev Deepawali: वैसे भी हिंदू कैलेंडर का सबसे पवित्र महीना कार्तिक शुरू होने वाला है. इस महीने को मोक्ष प्राप्ति का महीना कहा जाता है. ऐसे में इस महीने में भगवान श्री हरि विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा पाने का सबसे अच्छा महीना माना गया है. ऐसे में इसी कार्तिक के महीने में शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को देव दीपावली का त्योहार मनाया जाता है. 


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देव दीपावली को लेकर मान्यता है कि इस दिन सभी देवी देवता पृथ्वी लोक पर आकर पवित्र गंगा नदी में स्नान करते हैं. ऐसे में वाराणसी में खासकर उन देवी-देवताओं के स्वागत और अभिनंदन के लिए गंगा के किनारे दीप जलाए जाते हैं. इस दीपोत्सव को ही देव दीपावली कहा जाता है. 


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इस बार देव दीपावली 26 नवंबर के दोपहर तीन बजे से लेकर 27 नवंबर को शाम तीन बजे तक रहेगा. ऐसे में पूर्णिमा के इस दिन जब प्रदोष काल पड़ेगा तभी देव दीपावली मनाई जाएगी. ऐसे में 26 नवंबर को ही यह त्योहार मनाया जाएगा. इस बार देव दीपावली पर रवि योग का भी निर्माण हो रहा है. ऐसे में इस दिन पूजा-पाठ और स्नान-ध्यान के साथ दान का विश्ष महत्व बताया गया है. 


भगवान शिव को समर्पित इस त्योहार और अन्य देवी देवताओं के पृथ्वी पर आगमन की वजह से इस दिन शिव की उपासना का विशेष महत्व बताया गया है. साथ ही इस दिन दीप दान करने का विशेष फल मिलता है. ऐसे में देव-दीपावली के दिन दीप प्रज्वलित करने का विशेष फल मिलता है.