पटनाः बिहार में आरएलएसपी नेता उपेंद्र कुशवाहा चौतरफा फंस चुके हैं. कुशवाहा एक और जहां एनडीए से अपनी नाराजगी जता रहें हैं और सरकार के खिलाफ संग्राम की बात कर रहे हैं. वहीं, आरजेडी ने कुशवाहा पर निशाना साधते हुए कहा है कि उनका लक्षण सही नहीं दिख रहा है. वह कुर्सी के लालच में एनडीए नहीं छोड़ना चाहते हैं.


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आपको बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा ने गुरुवार को मोतिहारी में आरएलएसपी के सभा में बीजेपी और जेडीयू पर जमकर निशाना साधा. बीजेपी नेताओं और नीतीश कुमार के खिलाफ अपनी भड़ास निकाली. हालांकि माना जा रहा था कि कुशवाहा यहां एनडीए को अलविदा कहने की घोषणा करेंगे. लेकिन उन्होंने कुछ भी ऐसी घोषणा नहीं की.


उपेंद्र कुशवाहा के दोहरी राजनीति पर अब आरजेडी ने भी सवाल खड़ा किया है. आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी ने कुशवाहा पर निशाना साधते हुए कहा कि वह जो याचना नहीं रण करने की बात कह रहे हैं, उसका लक्ष्ण उनमें दिख नहीं रहा है. वह मंत्री पद के लालच में दिख रहे हैं. मंत्री पद की कुर्सी की वजह से वह एनडीए छोड़ना नहीं चाहते हैं.


उन्होंने कहा कि कुशवाहा जो कर रहे हैं उससे वह अपना कद छोटा कर रहे हैं. अगर वह जल्द कोई फैसला नहीं लेंगे तो उनकी प्रतिष्ठा धूमिल हो जाएगी. अगर वह कुर्सी की लालच में रहेंगे तो लोगों के मन में भ्रम पैदा होगा. जब वह जानते हैं कि एनडीए में उनकी जगह नहीं और उनके विचारों से अलग हैं तो कुर्सी की लालच में क्यों पड़े हैं.


आपको बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा अभी केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री पद पर हैं. वहीं, अगर वह एनडीए को अलविदा कहेंगे तो उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ेगा. इसलिए शायद वह एनडीए छोड़ने की घोषणा नहीं कर रहे हैं.


वहीं, बीजेपी नेता ज्ञानेंद्र सिंह ने कहा है कि उपेंद्र कुशवाहा सत्ता सुख भी चाहते हैं और बीजेपी के खिलाफ भी बोल रहे हैं. इसलिए दोनों चीजें एक साथ नहीं चलेगा. वह पहले मंत्री पद से इस्तीफा दें और फिर एनडीए के खिलाफ बोलें. सत्ता सुख भोग कर खिलाफ बोलना सही नहीं है. उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उपेंद्र कुशवाहा नीतीश कुमार की भूल की उपज हैं.