पटनाः राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद के बेटे और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव गणतंत्र दिवस के दिन शनिवार को पार्टी कार्यालय के बंद रहने पर भड़क उठे. गणतंत्र दिवस के मौके पर जब तेजप्रताप यादव पार्टी कार्यालय पहुंचे तो उन्हें गेट पर ताला लटका मिला. जिसपर वह काफी गुस्सा हो गए. हालांकि बाद में वह पीछे के दरवाजे से कार्यालय में प्रवेश किया.


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तेजप्रताप यादव के पहुंचने के बाद भी पार्टी कार्यालय पर ताला लटका हुआ था. वह काफी समय तक कार्यालय के बाहर खड़े रहे. लेकिन ताला नहीं खुला. जिसके बाद तेजप्रताप यादव भड़क गए. वहीं, कार्यालय के पास एक आदमी आया लेकिन कार्यालय नहीं खोला गया. उसके बाद वह पीछे के दरवाजे से पार्टी कार्यालयम दाखिल हुए.


पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर ताला लटका देख उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यालय बंद रहना न तो पार्टी के लिए ठीक है और न ही पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे के लिए ठीक है. उन्हें कार्यालय में ताला लगा रहने को लेकर रामचंद्र पूर्वे को जिम्मेदार ठहराया है.


कार्यालय के अंदर उन्होंने पत्रकारों से कहा, "पार्टी कार्यालय बंद करने का क्या मतलब है. यहां गरीब लोग अपनी समस्या सुनाने आते हैं. आज गणतंत्र दिवस है. सभी पार्टी के कार्यालय खुले हैं." 


उन्होंने कहा कि यहां हमारा जनता दरबार भी लगता है. हमारे जनता दरबार को देखकर लोग घबरा गए हैं. 


राजद नेता ने यह भी कहा, "मैं इसकी शिकायत तेजस्वी यादव से भी करूंगा. यह कहीं से सही नहीं है. इस पर तेजस्वी को भी कड़ा एक्शन लेना चाहिए." 


उन्होंने इसके लिए प्रदेशाध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि उन्हें पार्टी में रहना है तो सबको साथ लेकर चलना होगा. 


(इनपुटः आईएएनएस)