पटनाः आरएलएसपी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा का ने एईएस को लेकर नीतीश कुमार पर हमला किया है. साथ ही कुशवाहा ने बिहारवासियों से आह्वान किया है कि वह सरकार के खिलाफ 2 जुलाई को पदयात्रा शुरू करेंगे. इसे कुशवाहा ने 'नीतीश हटाओ-भविष्य बचाओ' पदयात्रा बताया है.


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मासूमों की मौत पर उपेंद्र कुशवाहा नीतीश सरकार को घेर अपनी खोई हुई सियासी जमीन को पाना चाहते हैं. उपेंद्र कुशवाहा लगातार AES को लेकर नीतीश पर हमलावर हैं. कुशवाहा ने कहा है कि बिहार में मासूमों की लगातार होती मौतों की वजह से उन्हें आंदोलन शुरू करना पड़ा है. कुशवाहा 2 जुलाई से मुजफ्फरपुर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे के लिये पदयात्रा की शुरूआत करेंगे जिसका समापन 6 जुलाई को पटना में होगा. पदयात्रा का नाम नीतीश हटाओ-भविष्य बचाओ रखा गया है 


कुशवाहा की माने तो  नीतीश सरकार ने 14 साल के शासन में इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया. इसके साथ ही दोनों ही सरकारों ने यह भी नहीं बताया है कि अगले साल मार्च तक की गई घोषणा पूरी कर ली जाएगी कि नहीं  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे को लेकर आन्दोलन चलता रहेगा. कुशवाहा ने कहा कि बिहार में डॉक्टरों के पद खाली हैं लेकिन सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है. बच्चों की मौत पर नीतीश कुमार अपना चेहरा बचा रहे हैं


लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कुशवाहा फिर से कम बैक करना चाहते हैं. उपेंद्र कुशवाहा के बयानों को देखा जाए तो यह साफ है कि वो बीजेपी पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं  कुशवाहा लगातार नीतीश कुमार पर हमलावर हैं  महागठबंधन की ही पार्टी आरजेडी स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय का इस्तीफा मांग चुकी है लेकिन कुशवाहा मंगल पांडेय पर बोलने से बचते नजर आ रहे हैं  और उपेंद्र कुशवाहा  हर बार नीतीश कुमार के खिलाफ तो बोलते हैं लेकिन बीजेपी के खिलाफ बोलने में कतराते नजर आते हैं.


बार-बार उपेंद्र कुशवाहा इस बात को दुहरा रहे है की बिहार सरकार की उदासीनता के कारण AES   से बच्चों की लगातार मौतें होती रहीं  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसपर ध्यान नहीं दिया है  अगर उन्‍होंने इसपर ध्यान दिया होता तो मौत के आंकड़े कम होते लेकिन अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विफलता छिपाने के लिए स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे का इस्तीफा मांगा जा रहा है 


तेजस्वी यादव लगातार बिहार से बहार है और नेता विपक्ष को जिस भूमिका में रहना चाहिए वो नहीं है.


अब कुशवाहा लगातार  सरकार पर हमलावर है और  मुख्यमंत्री पर निशाना साध रहे है और कह रहे है की वे नीतीश कुमार की अंतरात्मा जगाने के लिए जनता के बीच जाएंगे


गौरतलब हो की मुजफ्फरपुर समेत उत्तरी बिहार के 12 जिलों में चमकी बुखार से 200 से अधिक बच्चों की मौत हो चुकी है  बच्चों की मौत के कारण सरकार की जमकर आलोचना भी हुई थी और विपक्षी दलों ने इसे केंद्र और राज्य सरकार की विफलता करार दिया है.