कोरोना की वजह से प्रभावित हुआ सरहुल पर्व, सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए हुई पूजा-अर्चना
यूं तो प्रकृति पर्व सरहुल में पाहन राजा नये फल और सात प्रकार की सब्जी जिसमें सहजन, कटहल, पुटकल, बड़हर, ककड़ी, कचनार, कोयनार, की सब्जी बनाकर और मीठा रोटी पहले धरती मां को चढ़ाकर पूजा संपन्न करते हैं.
रांची: लोहरदगा में सरहुल पर्व की पूजा उपासना झखरा कुम्बा में सादे समारोह में आयोजित किया गया. सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए पूजा अर्चना की गई. इस अवसर पर पाहन ने साल वृक्ष के नीचे पूजा अर्चना कराई.
यूं तो प्रकृति पर्व सरहुल में पाहन राजा नये फल और सात प्रकार की सब्जी जिसमें सहजन, कटहल, पुटकल, बड़हर, ककड़ी, कचनार, कोयनार, की सब्जी बनाकर और मीठा रोटी पहले धरती मां को चढ़ाकर पूजा संपन्न करते हैं.
लेकिन कोरोना वायरस से बचाव के लिए लॉकडाउन हुए देश में प्रकृति पर्व के पूजा समाग्री पर इसका असर साफ दिखाई दे रहा है. हालांकि पूजा के दौरान प्रकृति के उपासकों ने गोल घेरा बनाकर सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन करते हुए प्रकृति की पूजा अर्चना की.
कोरोना संक्रमण से मानव जाति पर आए संकट को दूर करने एवं रक्षा करने के लिए प्रार्थना किया गया. शहरी क्षेत्र में बने झखरा कुम्बा में प्रकृति पर्व सरहुल के मौके पर राजी पड़हा के राष्ट्रीय सचिव सोमे उरांव भी शामिल हुए. उन्होंने बताया कि इस बार सरहुल जुलूस नहीं निकाला जाएगा. सभी लोगों से घरों में रहने की अपील की गई है.