पटना : आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के घटक दलों के बीच सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय हो गया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बिहार में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) 20 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. वहीं, जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के खाते में 12 सीटें और रामविलास पासवान की नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) को 5 सीटें दी जाएंगी. उधर, हाल ही में खीर पॉलिटिक्स के सहारे एनडीए में दबाव बनाने वाले केंद्रीय राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) अगर एनडीए के साथ रहती है तो उसके खाते में दो सीटें जा सकती हैं.


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सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जेडीयू को यूपी और झारखंड में एक-एक सीट बीजेपी दे सकती है. इसके अलावा आरएलसपी से बागी तेवर अपना चुके जहानाबाद से सांसद अरुण कुमार को दी जाएगी.


लोकसभा चुनाव के लिए एक तरफ विपक्षी दल अभी महागठबंधन की बात ही कर रहे है, जबकि भारती जनता पार्टी बीजेपी अपने गठबंधन को 'आकार' देने में लग गई है. बीजेपी अपने घटक दलों के साथ सीट शेयरिंग के फॉर्मूले को एक-एक कर निपटाने में जुट गई है. इसकी शुरुआत बिहार से हुई है.


सूत्रों के अनुसार बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने जेडीयू सुप्रीमो और बिहार के मुख्ययमंत्री के साथ बैठकर सीटों का बंटवारा कर लिया है. अपने हाल के बिहार दौरे के दौरान दोनों ने इसे लगभग अंतिम रूप दे दिया था.


सीट शेयरिंग पर 20-20 का फॉर्मूला तैयार
सूत्रों के अनुसार बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से बीजेपी के कोटे में 20 सीट और जदयू के कोटे में 20 सीटें गई हैं. जेडीयू के कोटे से ही अन्य सहयोगियों यानी राम विलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी और उपेंद्र कुशवाहा की रालोसपा को भी कुछ सीटें दी जाएंगी. फॉर्मूला के अनुसार नीतीश कुमार अपने कोटे से लोजपा को 5 सीटें और कुशवाहा को 2 सीटें देंगे.


सूत्रों के अनुसार दोनों दल इस फॉर्मूले पर लगभग लगभग सहमत हो गए हैं. इस तरह बीजेपी लगभग 20 सीटों पर चुनाव लड़ेगी वहीं, जेडीयू 12 सीटों पर चुनाव लड़ेगा. एलजेपी 5 से 6 सीटों पर. दोनों दलों में ये भी सहमति बनी कि रालोसपा के बागी नेता अरुण कुमार को जहानाबाद सीट दी जाएगी. ये बाद में तय होगा की उनको किस दल से टिकट दिया जाएगा. 


दरभंगा सीट छोड़ सकती है बीजेपी
2019 लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी अपनी जीती हुए कुछ सीटें छोड़ने के लिए तैयार है. सूत्रों के अनुसार बाल्मीकिनागर और शिवहर सीट छोड़ सकती है. हलांकि पिछले चुनाव में हारी गई सीट भागलपुर बीजेपी अपने पास रखेगी. वहीं, मुंगेर सीट जेडीयू को दिया जाएगा, जहां से नीतीश कुमार के करीबी ललन सिंह के चुनाव लड़ने की संभावना है. 2014 में ललन सिंह चुनाव हार गए थे. दोनों दलों में ये भी सहमति बन गई है कि दरभंगा सीट जेडीयू को दिया जाएगा. यहां से बीजेपी के बागी कीर्ति आजाद सांसद हैं. यहां से नीतीश के करीबी संजय झा गठबंधन के उम्मीदवार हो सकते हैं. जेडीयू को फार्मूले के तहत एक लोकसभा सीट झारखंड में मिलेगी.


सूत्रों के अनुसार न सिर्फ सीटों के लेकर सहमति बनी बल्कि बीजेपी ने अपने कुछ उम्मीदवारों पर भी फैसला ले लिया है. माना जा रहा है कि मधुबनी से इस बार दिग्गज नेता हुकुमदेव नारायण यादव चुनाव नहीं लड़ेंगे. उनके बेटे को टिकट दिया जाएगा. उसी तरह, स्वास्थ्य कारणों से बेगूसराय से भोला सिंह उम्मीदवार नहीं होंगे. यानी राहुल गांधी महागठबंधन की बात ही कर रहे हैं और बीजेपी ने अपने गठबंधन को साथ लेकर चुनाव की तैयारी भी शुरू कर दी है.