पटना : इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के इनपुट के बाद बिहार की राजधानी पटना के बेऊर स्थित केंद्रीय आदर्श कारा की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. बीएमपी और स्वाट के जवानों की बड़ी संख्या में जेल के बाहर तैनाती की गई है. दरअसल, बेऊर जेल ब्रेक की साजिश रचने का खुलासा होने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. देर रात मिले इनपुट के बाद जेल की सुरक्षा चाक चौबंद कर दी गई.


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एसएसपी, सिटी एसपी और डीएसपी समेत छह थानों की पुलिस देर रात बेऊर जेल पहुंचकर तमाम बैरकों और वार्डों के साथ-साथ दीवारों के आसपास और कैम्पस की सघन तलाशी की.


तलाशी के दौरान किसी तरह का संदिग्ध सामान नहीं मिला. एहतियातन के तौर पर बीएमपी और स्वाट के 80 जवानों को जेल की सुरक्षा में अगले आदेश तक तैनात कर दिया गया है. बेऊर जेल पहुंचे एसएसपी, सिटी एसपी समेत तमाम आला अधिकारियों की टीम जांच में जुट गई है.


ज्ञात हो कि बेऊर जेल में कई कुख्यात बंद हैं. साल 2013 में पटना के गांधी मैदान में हुए सीरियल बम ब्लास्ट की घटना को अंजाम देने वाले आतंकवादियों के साथ इसी साल पकड़े गए बांग्लादेशी आतंकवादियों के अतिरिक्त कई कुख्यात नक्सली और अपराधी इसी जेल में कैद हैं.


बेऊर जेल में ही कैद हैं पटना बम ब्लास्ट के आरोपी 
पटना ब्लास्ट के आरोपी इसी जेल में कैद हैं. इनमें उमर सिद्दीकी, अजहरुद्दीन, इम्तियाज अंसारी, अहमद हुसैन, फखरुद्दीन अहमद, फिरोज आलम, नोमान अंसारी, इफ्तेखार आलम, हैदर अली और मुजीबुल्लाह जैसे आतंकी सहित जहानाबाद जेल ब्रेक कांड का मुख्य आरोपी नक्सली अजय कानू और कई कुख्यात अंडर ट्रायल कैद हैं.


गौरतलब है कि 15 नवम्बर 2005 की रात में नक्सलियों ने अपने नेता अजय कानू को जेल से छुड़ाने के लिए जहानाबाद में जेल ब्रेक की वारदात को अंजाम दिया था.