Siwan News: बिहार के सीवान में एक निजी अस्पताल में उस वक्त भगदड़ मच गई, जब एक मरीज की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा काट दिया. अस्पताल में इलाज के दौरान युवक की मौत पर तीमारदारों ने जमकर बवाल काटा. घटना के बाद डॉक्टर और स्टाफ अस्पताल को अंदर से बंद कर फरार हो गए. घटना महादेवा थाना क्षेत्र के चकिया मोड़ की है. मृतक के परिजनों ने इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. उन्होंने बताया कि पैर में घाव होने पर शख्स को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन गलत इलाज के कारण अस्पताल में युवक की मौत हो गई. इस घटना को लेकर पीड़ित परिजनों ने डॉक्टर पर कार्रवाई करने और अस्पताल को सील करने की जिला प्रशासन से मांग की है.


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मृतक की पहचान हुसैनगंज निवासी लालबाबू चौधरी के रूप में हुई है. बताया जा रहा है कि लालबाबू चौधरी के पैर में घाव हुआ था, जिसके इलाज के लिए उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान मौत हो गई. परिजनों का कहना है कि लालबाबू चौधरी पहले से किडनी के मरीज थे और उनके पैर में घाव हो गया था. घाव के इलाज के लिए उन्हें डॉक्टर अनु बाबू के अस्पताल में भर्ती कराया गया था. यहां तीन दिन बीत जाने के बाद किडनी खराब की वजह से स्थिति बिगड़ने लगी. उन्हें डायलिसिस की जरूरत पड़ गई. परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में डायलिसिस की सुविधा नहीं थी, इसके बावजूद भी रेफर नही किया गया.


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अस्पताल प्रशासन की ओर से डायलिसिस के लिए 3 लाख रुपए की डिमांड की गई. इसी दौरान मरीज की स्थिति बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई. मरीज की मौत होने के बाद उसे रेफर कर दिया गया, लेकिन एंबुलेंस ड्राइवर ने लेकर जाने से पहले मरीज को चेक किया तो उसकी मौत हो चुकी थी. इसके बाद जब परिजन शव को लेकर अस्पताल के गेट पर पहुंचे तो डॉक्टर और स्टाफ अस्पताल के गेट को अंदर से बंद कर फरार हो गए. जिसको लेकर परिजनों ने जमकर बवाल काटा. घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने आक्रोशित लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया.