सुपौल: बिहार का शोक कही जाने वाली कोसी नदी एक फिर से अपने रौद्र रूप में है. नेपाल में लगातार हो रही बारिश के बाद बीरपुर बैराज के सभी गेट खोल दिये गए हैं. इस बीच कोसी का पानी बैराज के ऊपरी हिस्से तक पहुंचने की खबर है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, शनिवार को कोसी नदी का प्रवाह पांच लाख क्यूसेक से ऊपर रहा है. शनिवार की शाम बीरपुर बैराज पर कोसी में जल प्रवाह 5.60 लाख क्यूसेक से ऊपर पहुंच गया है. इस बीच जल संसाधन विभाग ने सभी एहतियाती कदम उठाए हैं. बताया जा रहा है कि कोसी का पानी बैराज के ऊपरी हिस्से तक पहुंच गया है.


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सुपौल के जिलाधिकारी कौशल कुमार ने बताया कि प्रशासन बैराज पर पूरी तरह निगाह बनाये हुए है. उन्होंने बराज को किसी प्रकार के नुकसान से इनकार करते हुए कहा कि नेपाल सरकार के सहयोग से एहतियातन आवागमन को रोका जा रहा है. नेपाल की ओर से आदेश जारी हो चुका है. बैराज में किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि वेग के साथ पानी में उछाल के कारण पानी बैराज पर फैल गया है. इधर, नेपाल के पहाड़ी क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के कारण गंडक और कोसी के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई है.


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आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक, गंडक, कोसी, बागमती, महानंदा एवं अन्य नदियों के जलस्तर में हुई वृद्धि के कारण 13 जिलों पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चम्पारण, अररिया, किशनगंज, गोपालगंज, शिवहर, सीतामढ़ी, सुपौल, सिवान, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया एवं मधुबनी के 20 प्रखंडों में 140 ग्राम पंचायतों के अन्तर्गत लगभग 1.41 लाख जनसंख्या बाढ़ से प्रभावित हुई है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन द्वारा सामुदायिक रसोई केन्द्र का संचालन किया जा रहा है.


इनपुट- आईएएनएस


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