नदी के दोनों छोर से आइए और समा जाइए! किनारे तक बना दी सड़क, बीच में पुल बनाना भूल गई सरकार
Supaul News: सुपौल में एक नदी के दोनों छोर पर सड़क बना दिया है. मगर, पुल का निर्माण तीन साल बीत जाने के बाद भी नहीं किया गया है. इस वजह से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
Supaul: आप ने अब तक बिहार में पुल गिरने और कहीं खेत मे पुल बना दिया गया, तो कहीं पुल बनाने के बाद एप्रोच और सड़क नहीं बनाया गया. ऐसी खबरें देखी और सुनी होगी. मगर, हम आज आपको सुपौल में एक ऐसे पुल, सड़क और नदी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे जानकर आप भी कहेंगे वाह रे! बिहार सरकार और प्रशासन. ये आपने गजब का काम किया है. चलिए पूरा मामला जान लेते हैं आखिर क्या है?
सुपौल में नदी के दोनों किनारे तक करोड़ों की लागत से पिचिंग सड़क बना दिया गया है, लेकिन नदी पर पुल नहीं बनाया गया है. जिसके चलते हजारों लोगों को आवाजाही में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
बताया जा रहा है कि तीन साल पहले नदी के दोनों किनारे तक पिचिंग सड़क बना दिया गया है. लेकिन नदी पर पुल नहीं बनाए जाने से सड़क पर आवाजाही प्रभावित है. आलम यह है कि नदी पर पुल नहीं बनने के कारण यह सड़क सिर्फ दिखावे की बन कर रह गई है. वहीं, इस नदी के किनारों पर सड़क बना दी गई और पुल नहीं बना इस बात को स्थानीय लोगों में काफी नाराज भी है.
यह मामला तश्वीर त्रिवेणीगंज प्रखंड के पहलवना गांव का है. गांव के लोगों का कहना है कि धसन धार पर पुल नहीं बनने से ग्रामीणों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि बारिश के मौसम में धसन धार पानी से लबालब रहती है, जिसके चलते करीब तीन महीने आसपास के इलाके के लोगों की खेतीबारी, पशु चारा, बच्चों का स्कूल जाना, आम लोगों का बाजार जाना प्रभावित हो जाता है.
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स्थानीय लोगों ने कहा कि पुल नहीं होने के कारण दो किमी की दूरी सात किमी तय कर पिपरा बाजार जाना पड़ता है. लोगों का आरोप है कि स्थानीय प्रशासन से लेकर विधायक सांसद तक गुहार लगाया, लेकिन किसी ने इस दिशा में अब तक पहल नहीं किया.
रिपोर्ट: सुभाष चंद्रा
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