नई दिल्लीः विश्व के सबसे बड़े राम लीला में से एक लव कुश रामलीला में भगवान हनुमान की भूमिका निभाने वाले विंदू दारा सिंह झारखंड की घटना पे कहते हैं कि ऐसी घटना हमारे समाज को शर्मसार करती है और ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वालों को नरक में भी जगह नहीं मिलेगी. विश्व के सबसे बड़े रामलीला में से एक लव कुश रामलीला का मंचन दिल्ली के रामलीला ग्राउंड में होता है. जिसमें भारत के महामहिम राष्ट्रपति से लेकर भारत के प्रधानमंत्री तक इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाते हैं. इस आयोजन की भव्यता इससे ही समझ सकते हैं आप की कई सारे केंद्रीय मंत्री से लेकर सासंद भी इसमें अपनी भूमिका का निर्वहन करते हैं. मतलब वो इसमें किसी न किसी पात्र के तौर पे भाग लेते हैं.


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हर बार भी कई सारे केंद्रीय मंत्री खास तौर पे स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन से लेकर सांसद और दिल्ली के BJP प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी तक इसमें भाग लेंगे. रामलीला कमेटी के अध्यक्ष अशोक अग्रवाल खुद इस बात की पुष्टी कर रहे हैं. इसी रामलीला में अनेक पात्र निभाने वाले कई सालों से लगातार भाग लेने वाले शंकर साहनी महामृत्युंजय के मंत्रों से पूरे माहौल को भक्तिमय रूप देते हैं. शंकर साहनी जय श्रीराम के श्लोक पर हो रही सियासत पर राजनीतिज्ञों को आड़े हाथों लेते हैं और कहते हैं कि 'कम से कम जय श्रीराम पर सियासत नहीं होनी चाहिए. एक कलाकार होने के नाते मुझे लगता है कि ऐसा करने वाले देश के माहौल से खिलवाड़ करते.'


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रारामलीला में श्रीराम के बाद सबसे अहम किरदार हनुमान का रोल अदा करने वाले विंदू दारा सिंह काफी गुस्से में नजर आए और साफ तौर पर कहा कि जो लोग भगवान श्रीराम के नाम पर सियासत कर रहे हैं या उनके नाम को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें नरक में भी जगह नहीं मिलेगी. क्योंकि आप किसी के साथ जबरदस्ती नहीं कर सकते. हमारे देश में नास्तिक भी बहुत लोग हैं तो क्या उन्हें मार आप मार देंगे.


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बात सिर्फ इतनी है कि लोगों को समझ में आ जाए तो बहुत छोटी सी है और ना समझें तो यह बहुत बड़ी है. ये कलाकार वो है जो हमेशा कभी राम तो कभी हनुमान तो कभी दसरथ तो कभी टीपू सुल्तान का किरदार निभाते हैं. इसलिए इनके लिए धर्म भी उतना ही जरूरी है, आस्था भी उतना ही जरूरी है जितना दूसरे लोगों के लिए, लेकिन ये उस पर सियासत नहीं करते हैं.