झारखंड लिंचिंग का वीडियो पोस्ट करने वाले यूजर्स को टिकटॉक ने हटाया
Advertisement

झारखंड लिंचिंग का वीडियो पोस्ट करने वाले यूजर्स को टिकटॉक ने हटाया

कंपनी ने एक बयान में कहा, 'विचाराधीन वीडियो, जिसने हमारे सामुदायिक दिशा-निर्देशों का उल्लंघन किया है, वह अब टिकटॉक पर उपलब्ध नहीं है.

झारखंड में मुस्लिम युवक तबरेज अंसारी को भीड़ ने बेरहमी से पीटा था जिससे उसकी मौत हो गई थी. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली/रांची: झारखंड में मुस्लिम युवक तबरेज अंसारी पर हिंसक भीड़ के कहर का वीडियो पोस्ट करने वाले टिकटॉक यूजर्स के एक समूह के खिलाफ मुंबई पुलिस में शिकायत दर्ज कराए जाने के अगले दिन मंगलवार को इस चीनी शॉर्ट वीडियो-मैसेजिंग एप ने कहा कि इसने अपने प्लेटफॉर्म से उन उपयोगकर्ताओं को हटा दिया है. शिवसेना कार्यकर्ता रमेश सोलंकी ने मुंबई पुलिस के साइबर सेल में 'टीम 07' नामक टिकटॉक समूह के खिलाफ शिकायत दर्ज कराया, जिसके लगभग 4 करोड़ फॉलोअर्स हैं.

इस ग्रुप के सदस्य- फैजल शेख, हसनैन खान, फैज बलूच, अदनान शेख और सदहान फारूकी ने अंसारी के समर्थन में एक वीडियो अपलोड किया था. सोशल मीडिया पर नफरत फैलाने के चलते लोगों ने इस वीडियो की कड़ी निंदा की.

कंपनी ने एक बयान में कहा, 'विचाराधीन वीडियो, जिसने हमारे सामुदायिक दिशा-निर्देशों का उल्लंघन किया है, वह अब टिकटॉक पर उपलब्ध नहीं है. इस तरह के गैर-जिम्मेदाराना हरकत को हमारे प्लेटफॉर्म पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, जिस वजह से हमने तीन यूजर्स अकांउट को निलंबित कर दिया है और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ हम सहयोग कर रहे हैं.'

तीन यूजर्स अकांउट हसनैन खान, फैजल शेख और सदहान फारूकी के हैं. सोलंकी ने अपनी शिकायत में कहा कि वीडियो में दिखाया गया है कि किस तरह 'बड़ी संख्या में जुटे लोगों ने तबरेज की हत्या की होगी, लेकिन यदि कल उनके वंशज इसका बदला लेते हैं तो उन्हें 'मुस्लिम आतंकवादी' नहीं कहा जाना चाहिए.'

झारखंड हाइकोर्ट ने सोमवार को राज्य सरकार से 17 जून को सरायकेला-खरसावां जिले में अंसारी के साथ हुई मॉब लीचिंग और इस घटना के विरोध में हुए आंदोलन के दौरान रांची में हुई हिंसा पर एक रिपोर्ट तलब की है.

बाइक चोरी के संदेह में भीड़ ने बड़ी बेरहमी से तबरेज अंसारी को पीटा और 'जय श्री राम' का जाप करने के लिए भी मजबूर किया गया. न्यायिक हिरासत में पांच दिन बाद अंसारी की मौत हो गई. हाल ही में उसकी शादी हुई थी. इस मामले में ग्यारह लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.