पानी के अभाव में किसानों की धरती सूखती चली जा रही है.. पिछले 27 दिनों से इस क्षेत्र में आसमान से पानी का एक बूंद भी नहीं बरसा है.. बिहार सरकार का मौसम विभाग भी संपूर्ण रूप से बारिश के बारे में सटीक जानकारी देने में असमर्थ रहा है..सभी पूर्वानुमान फेल हो गया है..जिले में लगभग 82 हजार हैक्टेयर धान की रोपायी प्रभावित हुई है..दशकों बाद ऐसा देखा जा रहा है.