बिहार के जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने कहा कि सारण और सीवान जिले में पुलों के टूटने के पीछे की वजह नदियों की ड्रेजिंग है. उन्होंने आज मीडिया को बताया कि सीएम नीतीश कुमार ने 2023 में गोपालगंज में गंडक नदी और चरी नदी को गंगा से जोड़ने की घोषणा की थी. इस योजना के तहत सीवान और सारण जिले से दोनों नदियों को गंगा से जोड़ने वाले 175 किलोमीटर के बीच नदियों से गाद निकालने का आदेश जारी किया गया था और करीब 60 किलोमीटर तक चरी नदी में काम किया गया था. इस दौरान काम में लगे इंजीनियरों और ठेकेदार की लापरवाही के कारण नदी पर बने पुल के फाउंडेशन की मिट्टी कट गई, जिसके कारण सारण और सीवान में पुराने पुल टूट गए. अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने कहा कि इस लापरवाही पर रिपोर्ट मांगी गई है, जो 24 घंटे में आएगी. दोषी इंजीनियर पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी और नए पुल का खर्च ठेकेदार से वसूला जाएगा.