सुपौल: त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल में सर्पदंश के शिकार एक 6 वर्षीय बच्चा और 25 वर्षीय महिला को इलाज के लिए लाया गया. परिजनों ने डॉक्टरों की बजाय तांत्रिकों पर विश्वास किया और दो महिला व एक पुरुष तांत्रिक को बुलाया. तीनों तांत्रिक घंटों तक झाड़-फूंक करते रहे, लेकिन अस्पताल प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लगी. सौभाग्य से, सांप का जहर नहीं चढ़ा था, जिससे बड़ा हादसा टल गया. झाड़-फूंक की यह तस्वीर इलाके में वायरल हो रही है. दोनों मरीज अब खतरे से बाहर हैं और उनका इलाज जारी है.