Uttarkashi Tunnel Rescue: गांव के लोग स्थानीय देवता की डोली के साथ सुरंग के मुख्य द्वार पर दूसरी दिवाली माना रहे हैं. दरअसल यहां दिवाली के 11 दिन बाद एक और दिवाली मनाने की परंपरा है और इसी परंपरा के तहत गांव के लोग दिवाली मनाने के लिए अपने स्थानीय देवता को डोली में लेकर सुरंग के मुख्य द्वार पर पहुंचे हैं. सभी लोग बाबा बौखनाग की डोली के साथ यहां पहुंचे हैं. ऐसा माना जाता है कि दिवाली के बाद यहां एक और दिवाली मनाई जाती है. इसी चलन और परंपरा के तहत पंडित समेत गांव के लोग डोली के साथ पूजा-अर्चना कर रहे हैं.