सौरभ शुक्ला, रांची: नए साल की नई किरण जहां लाखों लोगों के लिए उम्मीद बनकर आती है. वहीं, चारा घोटाला मामले में सजयाफ्ता लालू यादव (Lalu Yadav) को भी नई सुबह का इंतजार है. क्या आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के लिए नया साल खुशियां लेकर आएगा या फिर उन्हें जेल में भी रहना पड़ेगा.


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हालांकि, इसका जवाब तो भविष्य के गर्भ में छुपा है, लेकिन इससे पहले मंगलवार को लालू के वकील प्रभात कुमार ने उनसे रिम्स (RIMS) के पेइंग वार्ड में जाकर सलाह मशविरा किया. 


इस दौरान प्रभात कुमार ने कहा कि दो मामले में अभी लालू यादव को जमानत नहीं मिली है. दुमका और चाईबासा कोषागार से अवैध निकासी के मामले में लालू सजायाफ्ता हैं. सजा की आधी अवधि पूरा होने में अभी 9 से 10 महीने का वक्त बाकी है.


ऐसे में लालू के लिए 2020 उम्मीद की भारी किरण लेकर आएगा. जब चारदीवारी से बाहर निकल लालू जनता और अपने समर्थकों के बीच होंगे. वहीं, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के समर्थक भी नव वर्ष में नई उम्मीद के साथ हैं.


समर्थक की मानें तो सामाजिक न्याय के मसीहा लालू प्रसाद यादव को जमानत मिलेगी और वह एक बार फिर जनता के बीच जाकर उनकी हक की लड़ाई बुलंदी से लड़ेंगे.