Bihar Political Crisis: नीतीश 4 बजे करेंगे राज्यपाल से मुलाकात, महागठबंधन के नेता भी साथ में सौंपेंगे समर्थन पत्र
Bihar Political Scenario: जेडीयू की बैठक में ज्यादातर सांसद और विधायक पहुंचे हैं. जेडीयू के एमएलसी बीरेंद्र नारायण सिंह ने कहा कि बैठक में जो फैसला होगा, उसको मानेंगे. जेडीयू नेता और पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने कहा, हमारे नेता नीतीश कुमार की छवि पर बट्टा लगाने की कोशिश मंजूर नहीं.
Bihar Politics: बिहार में सियासी हलचल तेज होती जा रही है. जेडीयू आज बीजेपी के साथ गठबंधन तोड़ने का ऐलान कर तेजस्वी यादव की आरजेडी के साथ सरकार बना सकती है. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के घर महागठबंधन की बैठक चल रही है. वहीं जेडीयू ने भी अपने विधायकों की बैठक बुलाई है और राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात का वक्त भी मांग लिया है. राज्यपाल से सीएम नीतीश कुमार 4 बजे मुलाकात करेंगे. उनके साथ में महागठबंधन के नेता भी समर्थन पत्र सौंपेंगे.
इस्तीफा नहीं देंगे नीतीश
इस बीच जानकारी आ रही है कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे. वह बीजेपी के मंत्रियों को बर्खास्त करेंगे. दूसरी ओर राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) के नेता उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार की अगुआई में आगे बढ़ने की बात कही है. उन्होंने फेसबुक पर लिखा, क्रांति दिवस के अवसर पर समस्त देशवासियों को हार्दिक बधाई. आइए क्रांति दिवस से प्रेरणा ग्रहण करें, कुछ नया करने की, नई शुरुआत की. बिहार वासियों, देश को नई दिशा देने की. नीतीश कुमार की अगुआई में कदम दर कदम आगे बढ़ाने की.
जेडीयू के ज्यादातर सांसद-विधायक बैठक में पहुंचे
वहीं जेडीयू की बैठक में ज्यादातर सांसद और विधायक पहुंचे हैं. जेडीयू के एमएलसी बीरेंद्र नारायण सिंह ने कहा कि बैठक में जो फैसला होगा, उसको मानेंगे. जेडीयू नेता और पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने कहा, हमारे नेता नीतीश कुमार की छवि पर बट्टा लगाने की कोशिश मंजूर नहीं.
इस बीच कांग्रेस के विधायक शकील अहमद ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि जेडीयू-बीजेपी सरकार गिर चुकी है. कांग्रेस के तमाम विधायक राबड़ी देवी का आवास पहुंचे हैं. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि मीटिंग के बाद सब कुछ हो जाएगा कि सीएम का चेहरा कौन होगा लेकिन इस पर अभी कोई बात नहीं हुई.
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में 43 सीटों पर सिमटी JDU को मुख्यमंत्री पद देने के बाद BJP का जिस प्रकार का रवैया रहा, वह नीतीश कुमार को कभी रास नहीं आया. विभिन्न मुद्दों पर BJP और JDU अलग-अलग राग अलापती रही. ऐसे में पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह के इस्तीफे के बाद JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने जिस तरह 'चिराग मॉडल' की बात की, उससे यह तय हो गया कि JDU अलग रास्ते पर निकल पड़ी है।
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