Nitish Kumar Statement: बिहार में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ गठबंधन टूटने के बाद जनता दल (यू) के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहला बयान दिया है. उन्होंने बीजेपी पर जेडीयू को खत्म करने की साजिश रचने का आरोप लगाया है. नीतीश कुमार ने कहा कि बीजेपी ने हमेशा अपमानित किया. सीएम नीतीश ने ये बयान जेडीयू विधायकों के साथ बैठक में दिया.


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बैठक में नीतीश कुमार ने पार्टी के विधायकों से कहा, बीजेपी ने हमेशा अपमानित किया. जेडीयू को खत्म करने की साजिश रची गई. बीजेपी ने हमारे विधायकों को खरीदने की तैयारी की थी. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, बैठक में कई विधायकों, MLC ने CM नीतीश कुमार से कहा कि उनका वर्तमान गठबंधन 2020 से उन्हें कमजोर करने की कोशिश कर रहा है. चिराग पासवान का नाम लिए बिना, उन्होंने कहा कि वे एक ऐसा उदाहरण थे; यह भी कहा कि अगर वे अभी सतर्क नहीं हुए तो यह पार्टी के लिए अच्छा नहीं होगा.


इस बीच, जेडीयू के राष्ट्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट कर नीतीश कुमार को बधाई दी है. उन्होंने कहा कि नए रूप में नए गठबंधन के नेतृत्व के लिए नीतीश कुमार को बधाई.


नीतीश को मिल सकता है आरजेडी का समर्थन


लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नीतीश कुमार को समर्थन दे सकती है. विभागों के आवंटन पर कोई मतभेद नहीं होगा. तेजस्वी यादव ने कहा कि उनके पास 160 की ताकत है. अगर बीजेपी  अस्थिरता पैदा करने की कोशिश करती है या राष्ट्रपति शासन लागू करने की कोशिश करती है, तो हम उन्हें "करारा जवाब" देंगे.


टूट गया बीजेपी-जेडीयू का गठबंधन


बता दें कि बीजेपी बीजेपी और जेडीयू का गठबंधन टूट गया है. हालांकि इसकी औपचारिक घोषणा बाकी है. इस बीच, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राज्यपाल फागू चौहान से अपराह्न् चार बजे मिलने की संभावना है. मुख्यमंत्री आवास पर मंगलवार को जदयू के विधायकों, सांसदों की हुई बैठक में बीजेपी के साथ गठबंधन टूटने की बात कही गई है. सूत्रों का कहना है कि बैठक में इस बात पर मुहर लगी है कि अब जेडीयू बीजेपी के साथ नहीं रहेगी. 


सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चार बजे राजभवन जाएंगे जहां वे राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं. इसके साथ ही नई सरकार के गठन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. संभावना जताई जा रही है कि जेडीयू एक बार फिर महागठबंधन के दलों के साथ मिलकर सरकार बनाए. इधर, विपक्षी दलों के महागठबंधन के विधायकों की भी बैठक हुई, जिसमें सभी विधायकों ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव का समर्थन किया है. 


सूत्रों के अनुसार, बिहार में पांच साल के बाद फिर से पाला बदलकर आरजेडी के साथ नई सरकार बनाने की जुगत में लगे नीतीश कुमार के सामने आरजेडी ने गृह विभाग अपने पास रखने की शर्त रखी है. नीतीश कुमार वर्ष 2005 में जब से बिहार के मुख्यमंत्री बने तब से गृह विभाग उनके पास ही रहा है लेकिन इस बार आरजेडी यह विभाग अपने पास रखना चाहती है.



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