JDU Bihar State Committee Update: लोकसभा चुनाव 2024 नतीजे के बाद और बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले जनता दल यूनाइटेड में अचानक बड़ा फेरबदल कर नीतीश कुमार ने सियासी तौर पर अपने-पराए सबको चौंका दिया है. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को अपनी प्रदेश कमेटी में बड़ा बदलाव करते हुए नई और पहले के मुकाबले छोटी टीम का ऐलान कर दिया.


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तीन साल की जगह 15 महीने में ही अचानक बदलाव


जदयू बिहार की नई प्रदेश कमेटी में आमतौर पर तीन साल के कार्यकाल की जगह 15 महीने में ही अचानक हुए इस बड़े बदलाव से जदयू के बड़े नेता भी सकते में हैं. जदयू ने 15 महीने पहले बनी 260 सदस्यों वाली बड़ी प्रदेश कमेटी को भंग कर नई छोटी कमेटी बनाई है. छोटे साइज की इस नई प्रदेश कमेटी में अब 10 उपाध्यक्ष, 49 महासचिव, 46 सचिव, 9 प्रवक्ता और एक कोषाध्यक्ष शामिल हैं. जदयू ने कुछ पुराने चेहरे को भी बदल दिया है.


जदयू की प्रदेश कमेटी और सलाहकार समिति भंग


नीतीश कुमार ने जदयू की प्रदेश कमेटी के अलावा नेताओं को राजनीतिक सलाह देने के लिए बनाई गई प्रदेश सलाहकार समिति को भी भंग कर दिया. जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने बताया कि कुछ ही घंटों बाद नई कमेटी की घोषणा कर दी गई. इसमें कई पुराने चेहरों की जगह नए चेहरों को मौका दिया गया है. इस सिलसिले में पुरानी कमेटी से करीब 185 नेताओं को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. इससे जदयू में अंदरूनी बवाल मचने की आशंका गहरी हो गई है. हालांकि, जिन लोगों को संगठन में जगह नहीं मिली है. उन्हें चुनाव में अलग से भूमिका दिए जाने की बात कही जा रही है.


नई कमेटी में बाहर किए गए कई पुराने दिग्गज नेता


इससे पहले जदयू ने 23 मार्च 2023 को 251 सदस्यों वाली प्रदेश कमेटी का गठन किया था. इसमें 20 उपाध्यक्ष, 105 महासचिव, 114 सचिव और 11 प्रवक्ता बनाए गए थे. बाद में कुछ और पदाधिकारियों को इसमें शामिल किया गया था. इससे कमेटी की कुल संख्या 260 हो गई थी. अब 15 महीने में ही बनी नई कमेटी में अध्यक्ष और कार्यकारी अध्यक्ष के अलावा 115 सदस्य हैं. नई कमेटी में कई पुराने दिग्गज चेहरों को भी बाहर कर दिया गया है.



उपाध्यक्ष पद से 20 नेता हटाए, 105 की जगह 49 महासचिव


पूर्व मंत्री रंजू गीता, लक्ष्मेश्वर राय, जय कुमार सिंह, खुर्शीद उर्फ फिरोज आलम, वीरेंद्र प्रसाद सिंह, श्याम बिहारी प्रसाद, पूर्व विधायक अशोक कुमार, मुजाहिद आलम, लखन ठाकुर समेत 20 नेता उपाध्यक्ष पद से हटा दिए गए. इसी तरह 105 महासचिवों में से ज्यादातर को हटा दिया गया है. नई कमेटी में सिर्फ 49 महासचिव हैं. पूर्व विधायक मंजीत सिंह जैसे नेताओं को महासचिव पद से हटा दिया गया है.


प्रभुनाथ सिंह के बेटे रणधीर सिंह बनाए गए प्रदेश महासचिव


जदयू के नए प्रदेश उपाध्यक्षों में एमएलसी रविंद्र प्रसाद सिंह, पूर्व मंत्री मुनेश्वर चौधरी, अजीत चौधरी, पूर्व सांसद महाबली सिंह, पूर्व एमएलसी हारूण रशीद, एमएलसी संजय सिंह, प्रमिला कुमार प्रजापति, अमर कुमार अग्रवाल, वैद्यनाथ सिंह विकल और कलाधर मंडल को शामिल किया गया है. राजद छोड़कर जदयू में शामिल हुए पूर्व विधायक रणधीर सिंह को महासचिव बनाया गया है. बाहुबली पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के पुत्र रणधीर सिंह लोकसभा चुनाव 2024 में राजद से टिकट नहीं मिलने पर इस्तीफा देकर जदयू में शामिल हो गए थे.


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एक दिन पहले राष्ट्रीय पदाधिकारियों के कामों का बंटवारा 


इससे एक दिन पहले शुक्रवार को ही जदयू ने राष्ट्रीय पदाधिकारियों के कामों का बंटवारा भी किया था. जदयू की ओर से जारी 23 नेताओं की लिस्ट में पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह शामिल नहीं किए गए. इस लिस्ट के मुताबिक, नीतीश कुमार पार्टी के अध्यक्ष बने रहेंगे. कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में संजय कुमार झा उनका हाथ बटाएंगे. वशिष्ठ नारायण सिंह उपाध्यक्ष रहेंगे. केसी त्यागी राजनीतिक सलाहकार और प्रवक्ता पद संभालेंगे. आलोक कुमार सुमन पार्टी के कोषाध्यक्ष होंगे. इसके अलावा जदयू ने कई राज्यों में प्रभारियों की भी नियुक्ति की.


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