Assembly By Election 2024: उत्तर प्रदेश और राजस्थान में आगामी विधानसभा उपचुनाव के लिए बीजेपी ने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं. राजस्थान की चौरासी (आरक्षित) सीट से कारीलाल ननोमा को टिकट मिला है. यूपी की 10 में से सात सीटों पर घोषित प्रत्याशियों की सूची से पार्टी की बदली हुई रणनीति के संकेत मिल रहे हैं. हालिया लोकसभा चुनाव में यूपी के भीतर बीजेपी को समाजवादी पार्टी (SP) ने तगड़ा झटका दिया था. सपा का PDA (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) फॉर्म्युला हिट रहा था और वह सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. 2019 के मुकाबले सपा की टैली में 32 सीटों का उछाल आया. बीजेपी नहीं चाहती कि विपक्ष को लोकसभा में मिली बढ़त विधानसभा उपचुनाव में भी बरकरार रहे, इसलिए उसने अपना PDA (पिछड़े, दलित और अगड़े) बना लिया है. बीजेपी की लिस्ट में इस 'PDA' की झलक साफ दिखती है.


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यूपी विधानसभा उपचुनाव: कहां से किसे मिला टिकट?


कुंदरकी - रामवीर सिंह ठाकुर 


गाजियाबाद -  संजीव शर्मा 


खैर (SC) - सुरेंद्र दिलेर 


करहल - अनुजेश यादव 


फूलपुर - दीपक पटेल


कटेहरी -धर्मराज निषाद 


मझवां - सुचिस्मिता मौर्या


यूपी की कुल 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने थे. हालांकि, अदालत में याचिका दायर होने की वजह से चुनाव आयोग ने मिल्कीपुर में उपचुनाव की तारीख का ऐलान नहीं किया. ऐसे में, यूपी की नौ सीटों पर 13 नवंबर को मतदान कराया जाएगा. परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे. बीजेपी ने अभी तक सीसामऊ और मिर्जापुर सीट पर प्रत्याशी घोषित नहीं किया है.


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बीजेपी की लिस्ट में PDA की काट


बीजेपी ने अपनी लिस्ट में जातीय समीकरणों का पूरा ध्यान रखा है. लिस्ट में अगड़े हैं तो पिछड़े भी. 2001 हुकुम सिंह समिति के आंकड़ों के अनुसार, ओबीसी उत्तर प्रदेश की आबादी का 50% से अधिक हिस्सा बनाते हैं, जिसमें यादव 19.4% के साथ सबसे बड़ा समूह है. राज्य के बाकी OBC में गैर-यादव जातियां शामिल हैं, जिनमें कुर्मी और पटेल 7.4%, निषाद, मल्लाह और केवट 4.3%, भर और राजभर 2.4%, लोध 4.8% और जाट 3.6% हैं.


करहल (मैनपुरी) यूपी की VIP सीट है. 2022 में यहां से अखिलेश यादव चुनाव जीते थे मगर लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद उन्होंने सीट खाली कर दी. सपा ने यहां से अपने भतीजे और लालू यादव के दामाद तेज प्रताप यादव को उतारा है. मैनपुरी को यादव परिवार का गढ़ माना जाता है. बीजेपी ने इस सीट से मुलायम सिंह यादव के दामाद (भतीजी संध्या यादव के पति) अनुजेश प्रताप यादव को मैदान में उतारा है. वह सपा सांसद धर्मेंद्र यादव के सगे बहनोई हैं.


कुंदरकी सीट से बीजेपी ने रामवीर सिंह ठाकुर को टिकट दिया है. यह सीट बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह के गृह जिले मुरादाबाद में आती है. यहां 2012 से लगातार समाजवादी पार्टी जीतती आ रही है. लेकिन अभी तक सपा ने प्रत्याशी घोषित नहीं किया है.


गाजियाबाद विधानसभा सीट से पार्टी ने अपने महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा को पहली बार चुनाव लड़ने का मौका दिया है. अलीगढ़ की खैर सीट से बीजेपी ने हाथरस के पूर्व सांसद राजवीर दिलेर के बेटे सुरेंद्र दिलेर को उतारा है. फूलपुर उपचुनाव के लिए पार्टी ने पूर्व विधायक दीपक पटेल को उम्मीदवार बनाया है. वह 2012-17 के बीच करछना से बसपा के विधायक थे. दिलेर की मां केशरी देवी 2019 में फूलपुर लोकसभा से सांसद चुनी गई थीं.


कटेहरी सीट से बीजेपी ने OBC धर्मराज निषाद को प्रत्याशी बनाया है. वह तीन बार बसपा के टिकट पर विधायक बन चुके हैं. वहीं, मझवां सीट से पूर्व विधायक सुचिस्मिता मौर्य को फिर टिकट दिया गया है. 2022 में यहां से निषाद पार्टी के डॉ. विनोद कुमार जीते थे जो 2024 में भदोही लोकसभा सीट से सांसद चुने गए.


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यूपी के रण में साइकिल vs कमल


यूपी का विधानसभा उपचुनाव 'साइकिल बनाम कमल' होने जा रहा है. सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा है विपक्षी गठबंधन INDIA के सभी नौ प्रत्याशी सपा के चुनाव निशान 'साइकिल' पर उपचुनाव लड़ेंगे. जिन नौ सीटों पर उपचुनाव होना है, उनमें सपा छह पर अपने प्रत्याशी घोषित कर चुकी है. विपक्षी धड़े को तीन सीटों खैर, गाजियाबाद व कुंदरकी पर उम्मीदवार घोषित करने हैं.