राहुल गांधी का लंदन में दिया गया भाषण इन दिनों देश में चर्चा का विषय बना हुआ है. वहीं, भाषण में उनके द्वारा कही गई बातों को लेकर भारतीय जनता पार्टी लगातार उन पर हमलावर है. इस बीच वरुण गांधी ने विदेश में भारत की बातचीत के न्योते को ठुकरा दिया है और साफ तौर पर संदेश देने की कोशिश की है कि वो राहुल गांधी की तरह देश से बाहर देश के बारे में कुछ भी नहीं बोलेंगे. उन्होंने कहा, 'भारत के बारे में देश के अंदर बात होनी चाहिए, देश के बाहर बात करने में मैं विश्वास नहीं करता. मुझे कोई शौक नहीं.' 


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अपनी ही पार्टी के खिलाफ जहर उगलने वाले भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर सांसद वरुण गांधी के इस बयान से पार्टी को कुछ राहत जरूर मिली होगी. वहीं, कांग्रेस इस बयान को राहुल गांधी के खिलाफ जोड़कर देख सकती है. हाल के दिनों में वरुण गांधी के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई थीं. इस बाबत राहुल गांधी से सवाल भी हुए थे और उन्होंने साफ तौर पर कहा था कि वो चाहें तो आ सकते हैं लेकिन उनके आने की बात पर पार्टी का आलाकमान निर्णय लेगा.


अब वरुण गांधी ने ताजा बयान को सीधे कांग्रेस से जोड़कर देखा जा रहा है. क्योंकि विदेश में भाषण को लेकर वरुण गांधी का स्टैंड राहुल गांधी से बिलकुल विपरीत नजर आ रहा है. दरअसल, वरुण गांधी को मशहूर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से मोदी सरकार की कामकाज पर भाषण देने के लिए निमंत्रण मिला था. हालांकि, उन्होंने इस निमंत्रण को ठुकरा दिया है. उन्हें The House Believes Modi Is On The Right Path विषय पर बोलने के लिए बुलावा आया था.


वरुण गांधी ने न्योते को इनकार करते हुए कहा कि इन मुद्दों पर देश के अंदर ही बात होनी चाहिए, न की देश से बाहर. उन्होंने कहा कि उन्हें भारत की बात दूसरे देश में करने का कोई शौक नहीं है. यहीं पर इन मुद्दों पर बोलने के मौके मिलेंगे. हालांकि, वरुण गांधी ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से मिले न्योते पर आभार भी जताया और कहा कि यह उनके लिए सम्मान की बात है.