कोलकाता : पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के बीच चल रहे मतभेद के बाद शनिवार (11 अगस्त) को अमित शाह ने कोलकाता में रैली को संबोधित किया. जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने सीएम और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी पर निशाना साधा. शाह ने कहा कि जिस तरह से पश्चिम बंगाल में घुसपैठ हो रही है उसे रोकने का सबसे आसान तरीका एनआरसी ही है.


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NRC को लेकर भ्रांति फैला रही सरकार-शाह
अमित शाह ने कहा कि तृणमूल के लोग भ्रान्ति फैला रहे है कि NRC के तहत शरणार्थी भी चले जायेंगे लेकिन में आश्वस्त कर दूं कि पश्चिम बंगाल में जितने शरणार्थी है उनको वापस भेजने का कोई कार्यक्रम नहीं है. अन्य देशों से आए शरणार्थियों को रखने भारत सरकार की जिम्मेदारी हैं. 


 



 


वोटबैंक के लिए NRC का विरोध कर रही है कांग्रेस-शाह
रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने दावा किया कि एनआरसी को असम अकॉर्ड के तहत बनाया गया है, जो पूर्व पीएम राजीव गांधी ने किया था. उन्होंने कहा कि राजीव गांधी के कार्यकाल के दौरान कांग्रेस ने इसका विरोध नहीं किया, लेकिन आज जब बात वोट बैंक की आई है तो कांग्रेस इसका विरोध करने में लगी हुई है. 


घुसपैठिये तृणमूल कांग्रेस का वोट बैंक?
पश्चिम बंगाल में सीमावर्ती इलाकों से हो रही घुसपैठ पर बोलते हुए शाह ने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठियों और एनआरसी पर ममता बनर्जी तथा राहुल गांधी अपना रुख स्पष्ट करें. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी इसलिए एनआरसी का विरोध कर रही हैं क्योंकि ‘‘घुसपैठिये तृणमूल कांग्रेस का वोट बैंक हैं. 


 



 


बीजेपी की आवाज को दबाने का किया गया प्रयास
रैली से पहले जनसभा स्थान पर लगे टीएमसी के पोस्टर पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा, 'हमारी रैली न हो इसके लिए कई सारे प्रयास किए गए. हमारी आवाज को दबाने का प्रयास किया, लेकिन पश्चिम बंगाल में परिवर्तन होने जा रहे है और लोग उसको देख रहे हैं.'