राहुल जी कान खोलकर सुन लीजिए... अडानी पर बढ़ा विवाद तो भाजपा का पलटवार
Sambit Patra Reply To Rahul Gandhi on Gautam Adani: भारतीय जनता पार्टी ने गौतम अडानी को लेकर राहुल गांधी की ओर से लगाए गए आरोपों पर अपना जवाब दिया है.
Gautam Adani Bribery Case: भाजपा सांसद संबित पात्रा ने कहा, "आज सुबह से हम मीडिया में एक कंपनी से जुड़ा मुद्दा देख रहे हैं. उस कंपनी के खिलाफ अमेरिका में एक मामला है. आरोप-प्रत्यारोप चल रहे हैं. हमारा स्पष्ट मानना है कि जहां तक कंपनी और उसके खिलाफ मामले का सवाल है, कंपनी खुद ही बयान जारी कर अपना बचाव करेगी. कानून अपना काम करेगा." भारतीय जनता पार्टी ने गौतम अडानी को लेकर राहुल गांधी की ओर से लगाए गए आरोपों पर अपना जवाब दिया है.
राहुल गांधी की आदत पीएम की छवि खराब करना
पात्रा ने कहा कि भारत और देश के लिए काम करने वाली संस्थाओं पर हमला करना राहुल गांधी की सामान्य रणनीति है, उन्होंने राफेल मुद्दे को भी इसी तरह उठाया था. राहुल भले ही प्रधानमंत्री मोदी की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हों, लेकिन उनकी विश्वसनीयता इतनी ज्यादा है कि हाल ही में विदेश में उन्हें सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.
बीजेपी ने क्या कहा?
भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि अदाणी समूह के खिलाफ अमेरिका के आरोपों में जिन चार राज्यों का उल्लेख किया गया है, उनमें से किसी में भी भाजपा का मुख्यमंत्री नहीं था; छत्तीसगढ़ और तमिलनाडु में कांग्रेस और उसके सहयोगी दल सत्ता में थे.बीजेपी की तरफ से सांसद संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस पर ही कई सवाल उठाए. संबित पात्रा ने पूछा कि आंध्र प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और वहां सबसे ज्यादा लेनदेन अडानी ग्रुप से इन्होंने ही किया है. उन्होंने छत्तीसगढ़ का जिक्र कर भी कांग्रेस पर सवाल उठाए.
राहुल गांधी बोले- अडानी को गिरफ्तार करना चाहिए
इससे पहले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गौतम अडानी को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अडानी ने 2000 करोड़ का घोटाला किया और उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए. मगर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अडानी को बचा रहे हैं. राहुल ने कहा कि पीएम मोदी गौतम अडानी का सपोर्ट करते हैं. घोटाले के बावजूद उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है और न लिया जाएगा.
अमेरिकी अभियोजकों ने अदाणी समूह पर क्या आरोप लगाए हैं?
अमेरिकी अभियोजकों ने अदानी (62), उनके भतीजे सागर अदाणी और अन्य पर सौर ऊर्जा अनुबंध हासिल करने के लिए 2020 से 2024 के बीच भारतीय सरकारी अधिकारियों को 25 करोड़ डॉलर से अधिक की रिश्वत देने का आरोप लगाया है. एक अनुमान के अनुसार इससे समूह को संभावित रूप से दो अरब डॉलर से अधिक का लाभ हो सकता है. अमेरिकी अभियोजकों ने आरोप लगाया कि यह सब उन अमेरिकी बैंकों और निवेशकों से छुपाया गया, जिनसे अदानी समूह ने इस परियोजना के लिए अरबों डॉलर जुटाए थे. अमेरिकी कानून अपने निवेशकों या बाजारों से जुड़े विदेशों में भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच को आगे बढ़ाने की अनुमति देता है. अदानी समूह से इस संबंध में जानकारी हासिल करने के लिए संपर्क किया गया, लेकिन फिलहाल उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया है.
यह सिर्फ आरोप है, जो निराधार हैं, अडानी समूह का आया इस मामले में बयान
इस मामले में अडानी समूह का भी बयान आया है. अडानी समूह के प्रवक्ता ने कहा, 'अमेरिकी न्याय विभाग और अमेरिकी प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग द्वारा अडानी ग्रीन के निदेशकों के खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार हैं और उनका खंडन किया गया है. जैसा कि अमेरिकी न्याय विभाग ने खुद कहा है, 'अभियोग में लगाए गए आरोप आरोप हैं और जब तक दोषी साबित नहीं हो जाते, तब तक प्रतिवादियों को निर्दोष माना जाएगा’ सभी संभव कानूनी उपाय किए जाएंगे..'’