Israel Embassy Blast In Delhi: जब से इजरायल और हमास के बीच लड़ाई छिड़ी है, दिल्ली में दूतावास के पास सुरक्षा बढ़ा दी गई थी फिर भी कल शाम धमाका हो गया. दिल्ली के चाणक्यपुरी स्थित इजरायली दूतावास के पास शाम पौने छह बजे ब्लास्ट की आवाज सुनी गई. दूतावास के पीछे जिंदल हाउस की ओर विस्फोट हुआ. वहां से थोड़ी दूरी पर इजरायल के राजदूत के नाम अभद्र भाषा में लिखा एक लेटर भी मिला है. गनीमत रही कि धमाका बड़ा नहीं था और कोई घायल नहीं हुआ. हालांकि मौजूदा वैश्विक हालात के मद्देनजर इस हरकत को हल्के में नहीं लिया जा सकता. इससे पहले जनवरी 2021 में भी इजरायली एंबेसी के करीब बम धमाका हुआ था. तब कुछ कारें क्षतिग्रस्त हुई थीं. मामले की गंभीरता को समझते हुए एनआईए ने मामले की जांच की थी. फरवरी 2012 में भी यहां इजरायली दूतावास की एक कार के नीचे बम लगाया गया था, जिसमें एक राजनयिक की पत्नी घायल हो गई थीं। इस धमाके में एक स्थानीय कर्मचारी और दो अन्य लोग भी घायल हो गए थे. ऐसे में सवाल उठता है कि भारत में इजरायली दूतावास को निशाना बनाने वाले ये कौन लोग हैं? क्या इस बार रासायनिक हमला किया गया?


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कल जैसे ही खबर मिली दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच, बम निरोधक दस्ता, फॉरेंसिक विभाग की टीम को घटनास्थल पर भेजा गया. करीब तीन घंटे तक इलाके में तलाशी अभियान चला. NIA की टीम ने भी घटनास्थल का मुआयना किया. दूतावास के पास केंद्रीय हिंदी प्रशिक्षण संस्थान के बाहर पार्क एरिया में विस्फोट हुआ था. भारत में इजरायली मिशन की ओर से बताया गया है कि हमारे सभी राजनयिक और कर्मचारी सुरक्षित हैं. 


उस लेटर में 'अल्लाह हू अकबर'


दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया है कि इजरायली राजदूत को संबोधित टाइप किया हुआ एक लेटर दूतावास के पीछे पार्क में पाया गया. पत्र में अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया है. कुछ मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया है कि लेटर को इजरायली झंडे में लपेटा गया था. इसमें गाजा में इजरायल के ऐक्शन पर 'बदला लेने' की बात कही गई है. दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के सूत्रों के मुताबिक पुलिस को मिले एक पेज के लेटर में 'अल्लाह हू अकबर' लिखा है. लेटर में एक संगठन का जिक्र है और 'जिहाद जारी रखेंगे' लिखा है.


फिलहाल फिंगरप्रिंट की जांच के लिए इसे फॉरेंसिक लैब में भेजा गया है. कुछ दूसरे साक्ष्य भी इकट्ठा किए गए हैं. बताया जा रहा है कि लेटर अंग्रेजी में लिखा गया था और एक पन्ने का है. एजेंसियां मानकर चल रही हैं कि किसी संगठन से इसका कनेक्शन हो सकता है. 


विस्फोटक का अवशेष गायब?


गौर करने वाली बात यह है कि घटनास्थल से जांच एजेंसियों को जले हुए विस्फोटक का कोई अवशेष नहीं मिला है. समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि अवशेष न मिलने के कारण 'रासायनिक विस्फोट' की आशंका को खारिज नहीं किया जा सकता है. 


इजरायल की एडवाइजरी


इस घटना के बाद इजरायल ने भारत में अपने नागरिकों के लिए ट्रवेल एडवाइजरी जारी की है. इजरायली नागरिकों को भीड़भाड़ वाली जगहों जैसे मॉल और बाजारों में जाने से बचने की सलाह दी गई है. उन्हें सतर्क रहने और खुलकर इजरायली पहचान जाहिर न होने देने को कहा गया है.